राँची पुलिस की जांच:जुर्म करने वाला बाहर,बेगुनाह 19 महीना 6 दिन जेल में रहा,कोर्ट ने बरी किया…

राँची।राजधानी राँची की पुलिस ने जिसे हत्या का आरोपी बताया उसे कोर्ट ने बेगुनाह बताते हुए बरी कर दिया है। राँची पुलिस की जांच से एक बेगुनाह युवक डेढ़ साल से ज्यादा समय जेल में बंद रहा।कोर्ट ने गुरुवार को बरी कर दिया है।युवक कोर्ट के आदेश के बाद जेल से बाहर निकल गए है। राँची सिविल कोर्ट ने सूरज कुमार सोनी को नामक युवक को हत्या के आरोप से बरी कर दिया है।नगड़ी थाना से जुड़े कांड संख्या 157/21 में सूरज कुमार सोनी उर्फ कल्लू और प्रिंस सोनी को विमल कुमार महतो की हत्या का आरोपी बनाया गया था।लेकिन पुलिस ने हमनाम सूरज कुमार सोनी और प्रिंस सोनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।वहीं सूरज कुमार सोनी उर्फ कल्लू बाहर घूमता रहा है। 19 माह 6 दिन तक सूरज को उस जुर्म के लिए जेल में रहना पड़ा,जो उसने किया ही नहीं था।जेल से बाहर निकलकर सीधे वकील से मिलने पहुँचे सूरज

राँची सिविल कोर्ट के अपर न्यायायुक्त 15 दिनेश कुमार की कोर्ट में इस केस का ट्रायल हुआ।अभियोजन पक्ष की ओर से 11 गवाह पेश किए गए।गवाह में 7 आमलोग एक डॉक्टर और तीन पुलिस वाले ने गवाही दी है।जिन पुलिस अधिकारियों ने सूरज को गिरफ्तार किया था,उन्होंने अपनी गवाही में कहा कि ये वह युवक नहीं हैं,जो अमित की हत्या का आरोपी है।सूरज की ओर से अधिवक्ता राहुल पांडेय और राकेश तिवारी ने बहस की।वहीं इस कांड में आरोपी प्रिंस सोनी दोषी पाए गए है।

इधर कोर्ट के आदेश के बाद अब सवाल ये उठता है कि सूरज को बेगुनाह होते हुए भी जेल भेजने वाले पुलिस अधिकारियों पर कब कार्रवाई होगी और सूरज ने जो 19 महीने जेल में गुजारे, उसकी भरपाई कौन करेगा।सबसे आश्चर्य की बात यह है कि जो व्यक्ति इस केस में आरोपी है,वह अब तक फरार है।ये घटना दिनांक 9/9/2021 को हुआ था।

बता दें इस मामले में बीते माह सूरज की माँ ने सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता से मिलकर निर्दोष बेटे को बचाने और जांच कर दोषी पुलिस वाले पर कार्रवाई की मांग की थी।सीआईडी डीजी के आदेश पर सीआईडी जांच भी चल रही है।

मृतक के भाई के आवेदन से हुआ खुलासा

बता दें कि इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ चुके हैं।पुलिस ने हत्या के मामले में नामजद आरोपी को पकड़ कर छोड़ दिया और उसी नाम के निर्दोष युवक को जेल भेज दिया. जहां बीते नौ सितंबर 2021 को विमल महतो की हत्या कर दी गई थी।इस मामले में नगड़ी थाना की पुलिस ने बीते 12 अक्टूबर 2021 को कल्लू उर्फ सूरज सोनी के बदले दूसरे युवक सूरज सोनी और एक अन्य युवक को जेल भेज दिया था।वहीं मृतक विमल महतो के भाई ने बीते 6 मई 2022 को कोर्ट में शपथ पर बयान दिया है कि यह बात सही है कि वर्तमान में जेल में बंद सूरज सोनी के खिलाफ पुलिस में आवेदन नहीं दिया था। लेकिन मैंने कल्लू उर्फ सूरज सोनी जिसके पिता का नाम कार्तिक सोनी है और वह गुमला का रहने वाला है। उसके खिलाफ आवेदन दिया था।मैंने घटनास्थल पर उसी को देखा था। कल्लू उर्फ सूरज सोनी वर्तमान में एक रेस्टोरेंट में काम करता है और यह बात सही है कि मेरे लिखित आवेदन पर पुलिस के द्वारा कल्लू उर्फ सूरज सोनी को हाजत में रखा गया था और पांच दिन बाद पुलिस द्वारा छोड़ दिया गया और उसकी जगह पर दूसरे सूरज सोनी को जेल भेज दिया गया।