बस कंपनी के मालिक से रंगदारी मांगने वाले अपराधियों को दुमका पुलिस ने दबोचा, हथियार और कारतूस बरामद….

 

दुमका।झारखण्ड के दुमका में दो सप्ताह पूर्व 12 अप्रैल को नगर थाना क्षेत्र के न्यू बाबू पाड़ा इलाके में रहने वाले महेश कुमार नारनोली जो बस कम्पनी ओम ट्रैवल्स के मालिक हैं, उन्होंने थाने में यह एफआईआर दर्ज कराई थी कि अज्ञात अपराधी ने फोन कर उससे रंगदारी में मोटी रकम की मांग की है।पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से दो देसी पिस्तौल और छह गोलियां भी बरामद की हैं।गिरफ्त में आए अपराधियों के खिलाफ का दूसरे थानों में संगीन धाराओं में के एफआईआर दर्ज हैं और वे लंबे समय तक जेल में भी रह चुके हैं।

दरअसल दुमका से कोलकाता,राँची और अन्य जगह चलने वाले ओम बस के मालिक महेश कुमार नारनोली जो शहर के न्यू बाबूपाड़ा इलाके के रहने वाले हैं।उन्होंने इसी माह के 12 अप्रैल को एफआईआर दर्ज कराई थी कि मुझे फोन पर रंगदारी मांगी गई है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया. इसके उद्भेदन के लिए एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने दुमका एसडीपीओ विजय कुमार महतो के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया जिसमें कई थानों के प्रभारी शामिल किए गए। गठित टीम के द्वारा कांड के उद्भेदन के लिए लगातार छापेमारी की गई। इसी क्रम में दुमका के हंसडीहा थाना क्षेत्र और जरमुंडी थाना क्षेत्र से चार युवकों को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार युवकों ने पूछताछ के क्रम में यह स्वीकार किया कि हमने यह रंगदारी मांगने का काम किया है।उनकी निशानदेही पर दुमका के स्टेशन रोड स्थित एग्रो टेक्नोलॉजी पार्क से उस मोबाइल को भी बरामद किया गया जिससे रंगदारी की मांग की गई थी। पुलिस ने इस मामले में जिन चार युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके नाम हैं- मुकेश कुमार मांझी, सुनील वैद्य, नीतीश कुमार और सावन कुमार सिंह।इनके पास से दो देसी पिस्तौल दो मैगजीन, सात जिंदा कारतूस और फर्जी सिम कार्ड भी बरामद किया गया।

इस पूरे मामले में दुमका एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने यह जानकारी दी कि गिरफ्त में आये चारों युवकों ने एक गैंग बनाई थी। इसमें सावन कुमार सिंह हत्या के एक मामले में आठ साल जेल में रह चुका है।वहीं नीतीश कुमार हंसडीहा थाना क्षेत्र में हुई दो वर्ष पूर्व एक महिला के हत्या के मामले में कुछ दिन पूर्व ही जमानत पर बाहर आया था। लगभग दो महीने पहले मछली के गाड़ी के लूट में भी इनका हाथ था। इसके साथ करीब एक सप्ताह पूर्व बस पड़ाव के मजदूर यूनियन के अध्यक्ष अरुण सिंह पर भी इसी टीम के द्वारा जानलेवा हमला किया गया था।कुल मिलाकर ये सभी मिलकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।एसपी ने कहा कि इन चारों को जेल भेजा जा रहा है।