#कोरोना टिप्स:प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की,कहा 72 घंटे में कर लें मरीज की पहचान तो जीत लेंगे कोरोना से जंग..

नई दिल्ली।देश में तमाम उपायों और कोशिशों के बावजूद देश में कोरोना के तेजी से फैलते संक्रमण के बीच आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। इस बैठक में में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, तमिलनाडु के सीएम के पलानीस्वामी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, गुजरात के सीएम विजय रूपानी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी शामिल हुए।

टेस्टिंग की संख्या बढ़कर हर दिन 7 लाख तक पहुंच चुकी है और लगातार बढ़ भी रही है। इससे संक्रमण को पहचानने और रोकने में जो मदद मिल रही है, आज हम देख रहे हैं। हमारे यहां औसत मृत्यु दर पहले भी दुनिया के मुक़ाबले काफी कम थी, संतोष की बात है कि ये लगातार और कम हो रही है।-पीएम

इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिन राज्यों में टेस्टिंग रेट कम है और जहां पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है,वहां टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है। खासतौर पर बिहार, गुजरात, यूपी,पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में टेस्टिंग बढ़ाने पर खास बल देने की बात इस समीक्षा में निकली है।इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अब इसी 72 घंटे के फॉर्मूले पर फोकस करना होगा,जो भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकले उसके 72 घंटे में सभी संपर्क में आए लोगों की टेस्टिंग जरूरी है। दिल्ली-यूपी में हालात डराने वाले थे, लेकिन अब टेस्टिंग बढ़ाने के बाद हालात सुधरे हैं।

साथ ही उन्होंने कहा कि ‘कोरोना संक्रमण को पहचानने और रोकने में मदद मिल रही है। एक्टिव केस का प्रतिशत कम हुआ है। रिकवरी रेट लगातार सुधर रहा है। इसका मतलब यह है कि हमारी कोशिशें कामयाब हो रही हैं। सबसे अहम यह है कि लोगों के बीच भरोसा और आत्मविश्वास बढ़ा है, डर का माहौल भी कम हुआ है।’

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि इतने बड़े संकट के दौरान सभी का साथ काम करना बड़ी बात है, आज 80 फीसदी कोरोना संक्रमित सक्रिय मामले सिर्फ दस राज्यों में हैं। देश में सक्रिय मामले 6 लाख से ज्यादा हैं, अधिकतर मामले दस राज्यों में है इसलिए इन राज्यों से चर्चा आवश्यक है। पीएम ने कहा कि अगर सभी राज्य मिलकर अपने अनुभवों को बांटेंगे, जांच की संख्या बढ़ रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में मृत्यु दर, संक्रमित रेट कम हुआ है और रिकवरी रेट बढ़ता जा रहा है।पीएम बोले कि टेस्टिंग को लगातार बढ़ाना होगा और मृत्यु दर को 1 फीसदी से भी कम पर रखना होगा। आपको बता दें कि इस बैठक में महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कुल दस राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए जहां पर कोरोना वायरस के केस सबसे अधिक हैं।

साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि लगातार मिलना जरूरी है,क्योंकि महामारी का वक्त बीतते हुए नई बातें पता लग रही हैं।अब अस्पतालों पर दबाव,स्वास्थ्यकर्मियों पर दबाव, आम लोगों पर दबाव बन रहा है। हर राज्य अपने-अपने स्तर पर महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है, केंद्र और राज्य आज टीम बनकर काम कर रहे हैं।आपको बता दें कि इस साल मार्च में पहली बार लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ कई बैठक की थी।