Ranchi:आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

राँची।आजादी के अमृत महोत्सव के शुभ अवसर पर सभ्यता अध्ययन केंद्र, दिल्ली, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कलाकेंद्र, राँची तथा राँची विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्त्वाधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी (जनजातीय देवलोक एवम् धार्मिक परंपराएं) का आयोजन आर्यभट सभागार, राँची विश्वविद्यालय, मोराबादी, राँची किया गया।जिसमें पूरे भारत से गण्यमान अतिथियों का आगमन हुआ तथा झारखंड में निवास करने वाले 32 जनजातीय समूहों का आगमन हुआ, जिसमें कुछ दुर्लभ जनजातियां भी उपस्थित थीं।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री अशोक भगत एवम् विशिष्ट अतिथि के रूप में सभ्यता अध्ययन केंद्र के निदेशक रविशंकर, डॉo सत्येंद्र सिंह डॉo आनंद वर्धन डॉo अजीत सिन्हा डॉo दिवाकर मिंज उपस्थित हुए।

कार्यक्रम का संचालन त्रिभुवन शर्मा जी ने किया:
कार्यक्रम मुख्य रूप से 4 सत्रों में विभाजित किया गया, जिसमें प्रथम सत्र में उद्घाटन का कार्यक्रम किया गया द्वितीय सत्र में झारखंड की जनजातीय देवलोक संबंधी अवधारणा विषय पर चर्चा किया गया उसके बाद भोजन अवकाश होते हुए तृतीय सत्र में झारखंड की जनजातीय धार्मिक तथा अनुष्ठान विषय पर मुख्य रूप से चर्चा की गई चतुर्थ सत्र में झारखंड की जनजातियों एवं धार्मिक स्थल संबंधों के विषय पर चर्चा की गई उसके बाद अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से कार्यक्रम का समापन किया गया।


सर्व प्रथम अपनी परंपरा को निभाते हुए दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।


इस कार्यक्रम में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री अशोक भगत जी ने कहा कि आज पूरा विश्व नारी को उच्च स्थान देने की बात करता है, नारी सशक्तिकरण का संदेश तो जनजातीय परंपराओं से मिलता है।
कार्यक्रम के दौरान सरदार पटेल को याद करते हुए प्रो आनंद वधिन ने राष्ट्र निर्माण और बाह्य ताकतों से लडने के लिए सरदार पटेल की भूमिका पर प्रकाश डाला।


कार्यक्रम के अन्त में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र रांची द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया साथ ही साथ सरदार पटेल और उनके योगदान पर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।इस आयोजन में मुख्य रूप से इस जनजातीय समुदाय से आए हुए लोग एवं शोधाथी शोध पत्र और विचार प्रकट किया कार्यक्रम के दौरान जनजातीय विविधता और परंपरा को जानने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि तथा समाज में उत्कृष्ट कार्य कर रहे महान लोगों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से देश के गन्ने मानता दी थी मार्गदर्शक विद्वान अतिथियों ने भाग लिया साथ ही साथ झारखंड में बसने वाले 32 जनजाति के लोगों का समावेश हुआ एवं महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक शोधार्थी एवं छात्र छात्राओं ने भारी संख्या में भाग लिया।

आयोजक:-
सभ्यता अध्ययन केंद्र, दिल्ली
मोo – 9431991078