Ranchi:कमरे में लगी आग,जिंदा जलकर होटल के स्टाफ की दर्दनाक मौत,पुलिस जांच में जुटी….

राँची।राजधानी राँची में जगरनाथपुर इलाके एक कमरे में आग लगने से होटल के स्टाफ की जलकर दर्दनाक मौत हो गई।यह घटना धुर्वा थाना क्षेत्र के जगरनाथपुर मंदिर के पास स्थित जगन्नाथपुर चौक के पास हुई हैं।जहां गुरुवार की अहले सुबह में कमरे में आग लगने से बबलू महतो (28 वर्ष ) नाम के युवक की जलकर मौत हो गई। बबलू महतो मूल रूप से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया का रहने वाला था।कई वर्षों से राँची में रह रहा था।

जानकारी के मुताबिक मृतक युवक की जिस जगह जलकर मौत हुई है।ठीक उसके सामने एक होटल है।उसी होटल में काम करता था, और फिर रात में आकर चौक स्थित एक कमरे में सोता था। अचानक कमरे में आग लगने से जलकर उसकी दर्दनाक मौत हो गई।आग लगने के बाद स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक बबलू महतो की मौत हो चुकी थी।कमरे में आग कैसे लगी इसके पीछे का सही वजह सामने नहीं आया है।आशंका जताया जा रहा है कि शार्ट सर्किट से कमरे आग लगी है।

इधर घटना की सूचना मिलने पर हटिया डीएसपी राजा कुमार मित्रा,धुर्वा थाना थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर विमला नंदन सिन्हा दलबल के साथ मौके पर पहुंचकर छानबीन की है।स्थानीय लोगों से घटना की जानकारी लिए है।पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है,शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया और पूरे मामले की जांच में जुट गई है।वहीं घटना की सूचना के बाद भारी संख्या में भीड़ जुट गई है।

इस सम्बंध में हटिया डीएसपी ने बताया कि घटना की जांच शुरू हो गई है।सभी विन्दुओं पर जांच पड़ताल कर रहे हैं।बताया कि मृतक बबलू कई सालों से यहाँ पर रह रहे थे।उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने आशंका जताया है कि आग शार्ट सर्किट से लगी है।हलांकि उन्होंने कहा कि फोरेंसिंक टीम को भी बुलाया गया है।आगे की जांच जारी है।आग लगाया या शार्ट सर्किट से आग लगी है।डीएसपी श्री मित्रा ने कहा सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।जांच के बाद ही इस सम्बंध में कुछ कहा जा सकता है।स्थानीय लोगों और होटल वाले से पूछताछ कर जानकारी ली जा रही है।

बताया जाता है कि बबलू महतो होटल में मिठाई और दूसरे तरह के व्यंजन बनाने का काम किया करता था। धुर्वा के ही रहने वाले रंजन नाम के व्यक्ति के होटल में बबलू कई वर्षों से काम किया करता था। होटल मालिक के द्वारा होटल के ही सामने एक छोटा सा कमरा लिया गया था।जिसे स्टोर और रेस्ट रूम के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। बबलू सहित होटल के दूसरे कर्मचारी भी उसी रेस्ट हाउस में सोया करते थे। बुधवार को ही बबलू के साथ काम करने वाले कर्मचारी धनरोपनी को लेकर पुरुलिया लौट गए थे।बबलू को भी शुक्रवार को वापस लौटना था।लेकिन उससे पहले उसकी मौत हो गई।