जमीन घोटाला:ईडी ने फर्जी डीड लिखने वाले मुंशी मो.इरशाद और कोलकाता स्थित रजिस्ट्रार ऑफ इंश्योरेंस के दो कर्मियों को किया गिरफ्तार

 

–फर्जी डीड लिखने के लिए इरशाद को मिले थे 8 लाख, कोलकाता स्थित रजिस्ट्रार ऑफ इंश्योरेंस से 1940 का डीड निकालने के लिए कर्मी तापस ने 21 लाख और संजीत ने लिए थे 8 लाख

राँची।प्रवर्तन निदेलाय (ईडी) ने बड़गाई अंचल के बरियातू स्थित 8.86 एकड़ जमीन मामले में गुरुवार की रात एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने इस मामले में शामिल तीन अभियुक्तों को गुरुवार की रात 9.30 बजे गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों में फर्जी डीड लिखने वाला हजारीबाग में मुंशी के पद पर पदस्थापित मो. इरशाद और कोलकता स्थित रजिस्ट्रार ऑफ इंश्योरेंस के दो कर्मी तापश घोष व संजीत कुमार शामिल है। इन तीनों को ईडी आज शुक्रवार को पीएमएलए के विशेष कोर्ट में प्रस्तुत करेगा। इन तीनों को ईडी रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट से आग्रह करेगा। इनके विरुद्ध ईडी फर्जी डीड तैयार करने के मामले में कई साक्ष्य मिले है। जिसके आधार पर ईडी इनकी रिमांड कोर्ट से लेने के लिए लिए प्रे करेगा।

मो. इरशाद के हैंडराइटिंग को ईडी ने कराया फर्जी डीड पर लिखे अक्षर से मिलान

ईडी ने जब मामले का अनुसंधान शुरू किया तो जानकारी मिली कि मो.इरशाद ने ही उक्त जमीन के लिए फर्जी डीड में अपने हैंडराइंटिग से फर्जीवाड़ा किया था। जिसकी जांच ईडी ने करवाई। ईडी ने उसके हैंडराइटिंग और फर्जी डीड को लेबोरेट्री में मिलान करने के लिए भेजा। जो जांच में सही पाया गया। ईडी को डीड के फर्जीवाड़े में यह भी जानकारी मिली गई है कि मुंसी मो. इरशाद ने फर्जी डीड में लिखने के लिए मो. सद्दाम से 8 लाख रुपए लिए थे। वहीं कोलकाता स्थित रजिस्ट्रार अॉफ इंश्योरेंश से 1940 का ओरिजनल डीड के कागजात निकाल कर घोटाले में के मुख्य अभियुक्तों मो. सद्दाम और अफसर अली उर्फ अफ्सू खान को वहां के दो कर्मी तापश घोष व संजीत कुमार ने दिए थे। इसके एवज में तापश घोष को मो. सद्दाम ने 21 लाख रुपए और संजीत कुमार को आठ लाख रुपए दिए गए थे।

भानु प्रताप की मदद से मो. सद्दाम गिरोह ने तैयार किया था फर्जी डीड

बरियातू स्थित 8.86 एकड़ जमीन का फर्जी डीड मो. सद्दाम ने बड़गाई अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप व अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर तैयार की थी। उसने वर्ष 1940 के डीड संख्या 3985 में फर्जी कर किया था। उक्त डीड को पहले उसने बलका पाहन के नाम पर बनाया। फिर उसने उक्त जमीन को असर हुसैन को बेच दिया। जांच एंजेसी इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गाई अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप को पहले ही गिरफ्तार किया था। वहीं 16 अप्रैल को जेएमएम नेता अंतू तिर्की, जमीन कारोबारी विपिन सिंह, प्रिय रंजन सहाय और इरशाद अख्तर को गिरफ्तार कर चुका है। वर्तमान में सभी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद है।