Jharkhand:ऐसा होता है क्या ? पढ़ें ये खबर,नाबालिग भतीजी..

रामगढ़।इस खबर पर शर्मिंदगी के अलावा क्या कर सकते हैं।समाज मे इतने शर्मिंदा देने वाले जाहिल पैदा हुए है।शर्मिदा होने के अलावा कुछ नहीं बचा है।पढ़े ये ख़बर और सोचें किस तरफ समाज जा रहा है।ये घटना झारखण्ड के रामगढ़ जिले की है जहां अपनी नाबालिग भतीजी से उसका बड़ा पापा शादी करना चाहता था। जब चौथी क्लास में पढ़ने वाली बच्ची अपने बड़े पापा के घर गयी,तो बड़े पापा ने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया।जब इसकी भनक बच्ची के पिता को लगी, तो वे उसे अपने घर ले आए और इज्जत बचाने के लिए उसकी शादी एक नाबालिग लड़के से कर रहे थे,तभी बाल कल्याण समिति के हस्तक्षेप ये बाल विवाह रुका।

क्या है मामला ?
रामगढ़ जिले में चौथी कक्षा में पढ़नेवाली करीब 12 साल की नाबालिग बच्ची बाल विवाह से बच गयी. हद तो ये है कि इतनी कम उम्र में उसकी दूसरी बार शादी करायी जा रही थी। एक तो उसके बड़े पापा ने रिश्तों को लज्जित करते हुए उसकी मांग भर दी, उसके बाद इज्जत की खातिर उसकी दूसरी शादी नाबालिग लड़के से करायी जा रही थी।रामगढ़ जिला बाल कल्याण समिति की तत्परता से बच्ची को नया जीवन मिला।उसे शेल्टर होम भेजा गया है।

बदनामी:
वहीं नाबालिग बच्ची के माता-पिता को जब जानकारी मिली तो बदनामी से बचने के लिए गिरिडीह के 17 साल के लड़के से उसकी शादी तय कर दी. शादी हो रही थी,दोनों नाबालिग विवाह के बंधन में बंधने वाले ही थे, तभी पुलिस और जिला बाल कल्याण समिति के हस्तक्षेप से बाल विवाह रुका. आश्चर्य देखिए नाबालिग बिटिया को ये मालूम भी नहीं कि उसकी शादी कहां हो रही है. किस लड़के से हो रही है. महज चौथी कक्षा में पढ़नेवाली बिटिया दूसरी बार ब्याही जा रही थी।बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़का भी शादी को तैयार नहीं था, लेकिन पारिवारिक दबाव में उसकी शादी की जा रही थी।

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