क्रूरता की सारी हदें पार दी,पहले दुष्कर्म किया,फिर अप्राकृतिक यौनाचार,यही नहीं महिला के प्राइवेट पार्ट पर धारदार हथियार से हमला भी किया,दोनों पुलिस जवान गिरफ़्तार……

लोहरदगा।झारखण्ड के लोहरदगा सेरेंगदाग पुलिस पिकेट के आईआरबी के दो जवानों ने आदिवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को आईआरबी के दोनों जवानों को गिरफ्तार कर लिया गया है।इस मामले में दोनों जवानों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की जा रही है।घटना को लेकर महिला थाना में कांड संख्या 32/22 दर्ज किया गया है।मामले में डीजीपी के निर्देश के बाद डीआईजी अनीश गुप्ता पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे थे।

बता दें महिला अपने घर से 100 मीटर दूर मकई के खेत में घास काटने के लिए गयी थी। इसी दौरान दो पुलिस के जवान महिला के पास पहुंचे और उसे उठाकर खेत के बीचोबीच ले गये। जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।जिसके बाद महिला को उसी स्थिति में छोड़ दोनों जवान चले गये।महिला किसी तरह पास के घर जाकर खुद को बचाने की गुहार लगायी।आवाज सुन जब घरवालों ने दरवाजा खोला, तो महिला को खून से लथपथ देखा। इसके महिला को तत्काल एंबुलेंस व्यवस्था कर लोहरदगा सदर अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया। एंबुलेंस के लिए पैसा नहीं था, तो ग्रामीणों ने पैसा चंदा कर महिला को अस्पताल भेजने में मदद की।इधर, लोहरदगा में इलाज के बाद महिला की नाजुक स्थिति को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया।महिला रिम्स में जिंदगी और मौत से लड़ रही है।

इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया की घटना के बाद उपमुखिया वीरेंद्र उरांव ने लोहरदगा पुलिस अधीक्षक को इसकी जानकारी दिया। जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आयी और दोनों पुलिस जवान को गिरफ्तार कर लिया गया।लोहरदगा अभियान एसपी दीपक पांडे घटना की गहनता से जांच कर रहे हैं।खून लगा कपड़ा के अलावा कई साक्ष्य पुलिस द्वारा बरामद किया गया है।

इधर घटना की जानकारी भाजपा नेता अशोक उरांव, जिप सदस्य सतवंती देवी व पूर्व मुखिया राजू उरांव को मिलने पर गांव में जाकर घटना की जानकारी ली। गांव में बैठक किया।बैठक में निर्णय लिया गया कि पीड़ित को 10 लाख मुआवजा, दोनों आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलेम जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिल जाती और पीड़िता को मुआवजा नहीं मिल जाता, तब तक हिंडालको द्वारा संचालित बॉक्साइट खनन और परिचालन बंद रहेगा।

जवानों ने घटना में अपनी संलिप्तता को किया स्वीकार

राँची रेंज के डीआईजी अनीश गुप्ता ने लोहरदगा एसपी को मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे।जिसके बाद लोहरदगा एसपी आर रामकुमार खुद सेरेंगदाग पिकेट पहुंच कर पूरे मामले की जांच की।कड़ी पूछताछ के बाद दोषियों को चिन्हित किया गया है। पूछताछ में दोषियों ने घटना में अपनी संलिप्तता को स्वीकार कर लिया है।इसके बाद दोनों कृष्ण कांत तिवारी और अजय बाड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है।

महिला की हालत नाजुक रिम्स में कराया गया भर्ती

पुलिस ने महिला को लोहरदगा सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था, लेकिन सदर अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद राँची रिम्स रेफर कर दिया गया है।रिम्स के डॉक्टरों ने जब महिला को देखा तो बताया कि विधवा महिला के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले पुलिस के जवानों ने क्रूरता की सारी सीमाओं को पार कर दिया है। पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया फिर अप्राकृतिक यौनाचार भी किया गया। यही नहीं महिला के प्राइवेट पार्ट पर धारदार हथियार से हमला किया गया है। जिससे महिला के इंटरनल ऑर्गन में गंभीर चोटें लगी हैं।इससे महिला के ब्लीडिंग रुक नहीं रही है। फिलहाल पीड़ित महिला का इलाज रिम्स में डॉ. शीतल मलवा की निगरानी में चल रहा है।