कोरोना ने फिर बिगाड़ा श्रावणी मेला का उमंग:बाबा नगरी में इस बार भी नहीं गूंजेंगे बोलबम के नारे,शिवगंगा व आसपास श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक

देवघर।कोरोना ने विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला के उत्साह को लगातार दो साल से फीका कर दिया है।वैसे तो हर पर्व त्योहार फीका हो गया है।जहां सावन आते ही बिहार के सुलतानगंज से लेकर झारखण्ड के बाबा नगरी देवघर और दुमका के बासुकीनाथ में बोल बम के नारों का गूंज सुनाई देने लगता था।पिछले साल भी कोरोना ने श्रावणी मेला को फीका कर दिया।अब इस साल भी भक्तों में मायूसी छा गया जब कोरोना को लेकर श्रावणी मेला का आयोजन बंद करना पड़ा है।पहले जहां गुरुपूर्णिमा से पहले शिवगंगा व आसपास का क्षेत्र गुलजार होता था,अब बांस-बल्ले से घेर दिया जा रहा है। सावन महीने में श्रद्धालुओं से देवघर नहीं आने की अपील की जा रही है।

देवघर और दुमका प्रशासन लगातार पुरोहितों के साथ बैठक कर सहयोग मांग रहे हैं। इस दौरान एसडीओ दिनेश कुमार यादव ने मंदिर और उसके आसपास के इलाकों का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं के प्रवेश को रोकने पर रणनीति बनायी।इधर, सीमावर्ती क्षेत्रों में भी पुलिस बल की तैनाती की जा रही है. अब देवघर आने वाले यात्रियों को सीमा पर ही रोक दी जायेगी।उनका वहीं कोविड़ जांच भी होगा।

मंदिर और आसपास के इलाके में की गयी बैरिकेडिंग

इधर श्रद्धालुओं के बाबा मंदिर में प्रवेश पर रोक के लिए मंदिर और आसपास के इलाके में जिला प्रशासन की ओर से बैरिकेडिंग शुरू कर दी गयी।वहीं, दूसरी ओर दुम्मा बॉर्डर सहित विभिन्न बॉर्डर इलाके में बैरिकेडिंग की जा रही है।श्रद्धालुओं के देवघर प्रवेश पर रोक के लिए इन स्थानों पर पुलिस बल व मजिस्ट्रेट नियुक्त किये जायेंगे।

स्टेशन पर ही श्रद्धालुओं को रोकने की तैयारी

राज्य सरकार के निर्देश पर देवघर में श्रावणी मेला स्थगित है।ऐसे में श्रद्धालुओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।इसके लिए जगह-जगह पर बैरिकेडिंग की जा रही है. जिला प्रशासन की ओर से रेलवे प्रशासन, RPF और GRP को श्रद्धालुओं को रोकने तथा उन्हें देवघर नहीं आने के लिए जागरूक करने को कहा है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जसीडीह जीआरपी के हेड क्वार्टर से अतिरिक्त 29 पुलिसकर्मियों की मांग की है।इसके लिए पत्र भेज दिया या है।इसमें 20 जवान, 4 हवलदार और 5 पुलिस पदाधिकारी शामिल है। इन्हें देवघर,जसीडीह और बैद्यनाथ धाम स्टेशन पर तैनात किया जायेगा।ये पुलिस कर्मी श्रद्धालुओं को श्रावणी मेले का आयोजन नहीं होने तथा मंदिर बंद रहने की जानकारी देंगे और उन्हें मंदिर जाने से रोकेंगे।वहीं, RPF इंस्पेक्टर मानष कुमार मिश्र ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस जवानों की मांग तो नहीं की गयी है, लेकिन श्रावणी मेला नहीं होने को लेकर स्टेशनों पर बैनर-पोस्टर लगा कर श्रद्धालुओं को जागरूक किया जायेगा।

CCTV से होगी निगरानी

दूसरी ओर, दुमका के बासुकिनाथ में भी इस वर्ष श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होगा।इसको लेकर मंदिर न्यास समिति अध्यक्ष सह डीसी रविशंकर शुक्ला, एसपी अंबर लकड़ा आदि ने पंडा धर्मरक्षिणी सभा के साथ बैठक की. बैठक में तय हुआ कि मंदिर और उसके आसपास बैरिकेडिंग की जायेगी।CCTV से निगरानी होगी।हर चेकपाेस्ट पर पुलिस बल तैनात रहेंगे,ताकि श्रद्धालु बासुकिनाथ में प्रवेश नहीं कर सकें।