फर्जी कोविड रिपोर्ट बनाने वाले दो गिरफ्तार,100 करोड़ के मिड डे मील घोटाला के मुख्य आरोपी को बताया था कोरोना पॉजिटिव…

राँची।झारखण्ड में मिड डे मील घोटाला के मुख्य आरोपी संजय तिवारी का फर्जी कोविड रिपोर्ट बनाने मामले में दो गिरफ्तार हुआ है।एसएसपी किशोर कौशल के निर्देश पर बरियातू थाना की पुलिस ने रविवार को कार्रवाई करते हुए रिम्स के एक कर्मचारी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।गिरफ्तार प्रियरंजन और अमरदीप ने संजय तिवारी के लिए फर्जी कोविड पॉजिटिव होने की रिपोर्ट तैयार कर दी थी।उसी रिपोर्ट के आधार पर संजय तिवारी ने अदालत को झांसा दिया और फरार हो गया।

गौरतलब है कि शनिवार को रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेंद्र बिरुआ ने संजय कुमार तिवारी पर बरियातू थाना में एफआईआर दर्ज कराया है।संजय ने रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के नाम पर फर्जी कोविड जांच रिपोर्ट प्रस्तुत किया था। जिसका लैब आईडी 19NCov/8L36068 और एसआरएफ आईडी 2033902753189 है। इस आईडी संख्या को रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागध्यक्ष द्वारा फर्जी बताया गया है। साथ ही किसी व्यक्ति ने गलत ढंग से एतवा टोप्पो के व्यक्तिगत डाटा को आईसीएमआर के पोर्टल पर अपलोड कर डाउनलोड रिपोर्ट पर फर्जी हस्ताक्षर किया है।

बता दें भानु कंस्ट्रक्शन के संचालक संजय कुमार तिवारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोर्ट में 25 मार्च को सरेंडर करना था,लेकिन संजय तिवारी ने उस सरेंडर से बचने के लिए कोविड होने की गलत जानकारी राँची के पीएमएलए कोर्ट को दी,पीएमएलए कोर्ट को दिए गए रिम्स के इलाज संबंधी कागजात और कोविड सर्टिफिकेट की जांच,ईडी के राँची जोनल आफिस ने की।रिम्स में ईडी के अधिकारियों ने जांच की, तो पता चला कि संजय तिवारी के द्वारा जो इलाज संबंधी कागजात और कोविड सर्टिफिकेट दिए गए हैं, वह गलत है।हालांकि इसी बीच संजय तिवारी फरार होने में कामयाब हो गया। इसको मामले को लेकर बरियातू थाना में संजय तिवारी के ऊपर मामला दर्ज हुआ है।जिसके बाद राँची पुलिस की टीम भी उसकी तलाश में जुटी हुई है।