Ranchi:कौन है 14 साल से फरार तौकिर आलम ! दानिश ने क्यों कहा मेरा मामा तौकीर दे सकता है घटना को अंजाम,कैसे 14 साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया तौकीर

जेवर व्यवसायी से 20 लाख के जेवर की लूट :14 साल से कई हत्याकांड के फरार अभियुक्त ने किशोरगंज स्थित एक होटल में रची थी लूट की साजिश, सात गिरफ्तार, सोना बरामद

–जेवर दुकान के कर्मचारी ईश्वर को उसके ही पुराने साथी जतिश ने, जो खुद जेवर दुकान में काम करता था साजिश के तहत लिया झांसे में, फिर कोलकाता जाने की जानकारी ले कर डाली लूट की प्लानिंग

— राँची पुलिस इस मामले को ले जाएगी स्पीडी ट्रायल में, टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों को लिए होगी पुरस्कार की अनुशंसा

राँची।राजधानी राँची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में बिजली ऑफिस के सामने विद्या नगर टर्निंग के पास 26 मार्च की सुबह 6.30 बजे हुए 20 लाख के जेवर लूट कांड का राँची पुलिस ने खुलासा कर लिया है। लूट कांड में शामिल आठ में से सात अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं लूटा गया पूरा जेवर पुलिस ने बरामद कर लिया है। राँची एसएसपी सुरेंद्र झा ने बताया कि लूट कांड की पूरी प्लानिंग 14 साल से फरार कई हत्या व लूटकांड के अभियुक्त ईटकी निवासी तौकीर आलम (44) ने हरमू रोड पुरानी राँची स्थित कांड में शामिल एक अभियुक्त के होटल में की थी। जिन सात अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है उनमें इटकी निवासी दानिश मजहर उर्फ डायमंड (34), पुरानी राँची निवासी दिनेश प्रजापति (36), इटकी निवासी हरि गोप (38), ईटकी कोयरी टोली निवासी जतिश महतो उर्फ हंसमुख (37), ईटकी बनिया टोली निवासी करण सिंह उर्फ टोनू (22) और डोरंडा निवासी असलम अंसारी (32) शामिल है। वहीं एक अन्य अभियुक्त उज्जवल फरार है। एसएसपी ने बताया कि लूट के बाद पूरा जेवर मुख्य अभियुक्त तौकीर आलम के ईटकी गुलजार रोड स्थित घर पर था। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। इन लोगो ने जेवर व्यवसायी से करीब 25 लाख रुपए मूल्य के जेवरात की लूट की थी। पुलिस ने लूट में प्रयुक्त पल्सर बाइक और दो स्कूटी, आठ मोबाइल फोन व घटना के दौरान अभियुक्तों ने जो कपड़े पहने थे उसे भी जब्त किया है। एसएसपी ने कहा की मामले को स्पीडी ट्रायल में ले जाया जाएगा। वहीं कांड के उद्भेदन में लगे पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत करने के लिए भी पुलिस मुख्यालय में अनुशंसा की जाएगी। वहीं तौकीर को पुराने में मामलों में रिमांड पर लेकर पूछताछ किया जाएगा।

लूट की कहानी:कर्मचारी ईश्वर को जतिश और उज्जवल ने जेवर मांगने के नाम पर लिया झांसे में

विद्या नगर निवासी व अपर बाजार के जेवर व्यवसायी अनीश वर्मा के कर्मचारी ईश्वर से जेवर लूट की घटना की प्लानिंग कई महीनों से चल रही थी। ईश्वर के ही दो साथी जतिश महतो और उज्जवल, जो खुद अपर बाजार में ही एक अन्य जेवर दुकान में काम करते थे, ने मिलकर पहले यह योजना बनाई। जतिश जानता था कि ईश्वर अकेले कोलकाता जेवर लाने जाता है। उसे पता था कि जेवर कैसे लाते है। उसने पहले ईश्वर को कहा कि जब वह कोलकाता जाए तो उसे भी बताए, वह भी अपना जेवर लाने जाएगा। जतिश को पता था कि ईश्वर अप्रैल-मई में शुरू होने वाले लगन के लिए बड़ी मात्रा मे जेवरात लेने जाएगा। इसलिए वह लगातार संपर्क में था। ईश्वर जब 24 मार्च को कोलकाता जाने वाला था उसने जतिश से बात की थी कि कोलकाता चलना है। तब उसने बहाना कर ईश्वर को कहा कि वह अकेला चला जाए, उसे कुछ काम आ गया है। इसके बाद जतिश और उज्जवल ने अपने एक साथी हरि गोप को पूरी जानकारी दी कि ऐसा योजना है लेकिन वे खुद लूट नहीं कर सकते। हरि गोप ने कहा कि उसका एक साथ है जो यह काम कर देगा। फिर उसने अपने साथी दानिश मजहर को पूरी बात बताई। दानिश ने कहा कि ये पूरा काम मेरा मामा जो 14 साल से फरार है, तौकीर आलम कर सकता है। दानिश ने तौकीर को पूरा बात बताई। फिर 25 मार्च को पुरानी राँची स्थित दिनेश प्रजापति के होटल में तौकीर आलम, करण सिंह, दिनेश प्रजापति और असलम पहुंचे और पूरी घटना की योजना तैयार की। उज्जवल को ईश्वर की रेकी का काम दिया गया। उज्जवल देख रहा था कि ईश्वर कब ट्रेन से लौटता है। लूटने का काम तौकिर, करण सिंह और असलम को दिया गया। घटना वाले दिन तौकीर अहले सुबह स्कूटी से पुरानी राँची स्थित दिनेश के होटल पहुंच गया था। फिर करण पल्सर से व असलम अपनी स्कूटी से पहुंचा। दिनेश के होटल के पास दोनों ने अपनी स्कूटी लगा करण की पल्सर बाइक पर तीनों सवार हो गए। तीनों को होटल में ही तीन हथियार भी दिए गए। उज्जवल रेकी कर इन्हें पल पल की सूचना रेलवे स्टेशन से दे रहा था। जैसे ही अनीश वर्मा ईश्वर को स्कूटी से लेकर सहजानंद चौक से मुड़े ये तीनों उनके पीछे लग गए। फिर हरमू बिजली ऑफिस के सामने विद्या नगर टर्निंग के पास इन तीनों ने ओवर टेक कर दोनों को रोका और पिस्टल भिड़ा जेवरात वाले बैग छिन लिए। बैग छिनने के बाद तीनों कटहल मोड़ रोड की ओर भाग निकले। करण पल्सर से तौकीर और असलम को कटहल मोड़ रोड में छोड़ निकल गया। दिनेश प्रजापति अपने होटल से तौकीर की स्कूटी लेकर पहुंचा। फिर तौकीर जेवरात वाला बैग लेकर अपनी स्कूटी से इटकी निकल गया। असलम की स्कूटी भी दिनेश के होटल के पास थी, बाद में वह भी अपनी स्कूटी लेकर अपने घर निकल गया।

लूट वाले दिन ही पुलिस को मिल गया था पूरा सुराग

लूट के बाद जब पुलिस ने ईश्वर से पूछताछ शुरू की तो उसने यह बताया कि कौन कौन लोग जानते थे कि वह कोलकाता जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने जतिस व उज्जवल के फोन रिकार्ड खंगालना शुरू किया तो एक के बाद एक कड़ी सुलझती चल गई और पुलिस ने सभी को घटना के 72 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया।

धानुका हत्याकांड में शामिल था तौकिर

14 साल से फरार अभियुक्त तौकीर आलम कोयला व्यवसायी राजू धानुका हत्याकांड में भी शामिल था। राजू धानुका की हत्या 2009 में हुई थी। इसके अलावा तौकीर नामकुम में हुए सिंह भाईयों की हत्या व कई लूट कांड में वांटेड था। वहीं गिरफ्तार करण सिंह गुमला व बसिया में हुए हत्या व लूट की घटना में शामिल था।फिलहाल तौकीर आलम का ईलाज चल रहा है क्योंकि गिरफ्तारी के समय भागने में घायल हो गया था था।राँची पुलिस उसे रिमांड मे लेकर पुछताछ करेगी ।इतने सालों में कितने घटना को अंजाम दिया है शायद सभी राज खुले।

साभार:आर गोस्वामी