#RANCHI:बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,पर कैसे ? इस तरह ;सुने एक पाँच साल बेटी का दर्द और समझें बेटी का दर्द:चाचा-चाची और बड़ी माँ बेरहमी से मारती थी,CWC और पुलिस ने बच्ची का रेस्क्यू किया,इलाज चल रहा है।

राँची।आप सोच सकते हैं चार से पांच साल की बच्ची क्या घरेलू काम करेगी वो बच्ची क्या घरेलू काम कर सकती है ! उसे क्या पता जिस चाचा और चाची के साथ शहर जा रहे हैं उसे वहां भूखा रहना होगा।बच्ची की माँ बाप की बेरुखी से चाचा चाची ने छपरा (बिहार) से लाया है।लेकिन जिस हालात में बच्ची बरामद हुई है देखकर हर किसी को रोना आ गया है।बच्ची के कई अंगों में बेरहमी से दागा गया है।बच्ची बोल पाने में असमर्थ है फिर भी बोली कि उससे किस तरह यातनाएं दी जा रही थी।पाँच साल बच्ची को एक दिन या कभी दो दिन बाद खाना दिया जा रहा था।

मासूम बच्ची

स्थानीय लोगों ने ये सब होते देखकर मना करने पर उल्टे बच्ची के चाचा चाची झगड़ा करने पर उतारू और गाली गलौज करने लगता था।स्थानीय लोगो को ये सब देखा नहीं गया तो मारपीट की घटना की जानकारी समाजसेवी नीतीश भारद्वाज,दीपक ओझा और पवन सिंह रातू रोड वाले को दी।इधर नीतीश भारद्वाज ने जानकारी बाल कार्यकर्ता बैधनाथ कुमार को दिया।उसके जानकारी बाल कल्याण राँची के अध्यक्ष रूपा वर्मा को दिया गया।उसके बाद पुलिस टीम ,सिडब्यूसी की टीम और तीनों समाजसेवी ने चटकपुर रातू थाना क्षेत्र से रेस्क्यू कर लड़की को पंडरा ओपी थाना लाया गया।बच्ची का रेस्क्यू किया बच्ची के शरीर पर चोट के कई निशान है।

वहीं स्थानीय लोगो का कहना है कि बच्ची को करीब 6 महीने पहले बिहार के छपरा से उसके चाचा ने लाया था। इस दौरान बच्ची के साथ अक्सर मारपीट की जाती थी। चाइल्ड लाइन के सदस्य अनवारुल हक ने बताया कि बच्ची के साथ मारपीट की सूचना मिलने के बाद बच्ची को पंडरा पुलिस के सहयोग से रेस्क्यू कराया गया। फिलहाल बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है उसके बाद ही आगे कि कार्रवाई की जाएगी।पुलिस ने आरोपी बच्ची की चाची और चाचा पर मामला दर्ज करने की तैयारी में है।विस्तृत जानकारी बच्ची के पापा के आने पर मिल सकती हैं क्योंकि जो जानकारी मिली है आखिर किस कारण बच्ची को राँची भेज दिया।क्या गरीबी का कारण या पैसा का लोभ?