पढ़ाई के साथ कोरोना के प्रति बच्चों व अभिभावकों को करें जागरूकः उपायुक्त, देवघर

देवघर। उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्रीमती नैन्सी सहाय ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षा विभाग के द्वारा किये जा रहे कार्यों के साथ ऑनलाइन क्लासेस व बच्चों को मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया।

■ ऑनलाइन क्लासेस के साथ व्हाट्स एप ग्रुप के माध्यम से बच्चों व अभिभावकों को जोड़ेः उपायुक्त

वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि ऑनलाइन क्लाशेस के साथ व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई से जुड़े दस्तावेज समय पर मिलते रहे, इसका विशेष ध्यान रखें। साथ ही उन्होंने बताया कि टीचर्स और स्टूडेंट्स के लिए व्हाट्सएप पर कॉमन ग्रुप बनाए जाय और नए सत्र के लिए क्लासेस व्हाट्सएप के जरिए ही आयोजित की जाय। इसके अलावे जिले में हर एक ब्लॉक के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाते हुए इसे पूर्ण रूप से इसे एक्टिव रखें। साथ ही छात्र-छात्राओं के माता-पिता भी व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़े, ताकि बच्चों के गतिविधियों से उन्हें लगातार अवगत कराया जाता रहे।

■ ऑनलाइन क्लासेस के साथ असाइनमेंट और एक्सट्रा एक्टिविटी पर दे ध्यानः उपायुक्त

समीक्षा के क्रम में उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि बच्चों की पढ़ाई के साथ एक्सट्रा एक्टिविटी जैसे पेंटिंग, क्वीज प्रतियोगिता, प्रेरणादायक क्रियाकलापों से जोड़े, ताकि पढ़ाई के साथ बच्चों का इन क्रियाकलापों में भी मन लगा रहे। उन्होंने कहा कि सभी विषय अध्यापक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उसमें छात्र-छात्राओं को सम्मिलित करें और रोजाना विषय से संबंधित होमवर्क दे, ताकि बच्चों के पढ़ाई में किसी प्रकार का गैप न रहे। इसके अलावे जिला स्तर पर वैसे प्रखण्डों को चिन्हित करें, जहां ऑनलाइन क्लासेस या बच्चों की उपस्थिति कम है।
इस दौरान उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्रीमती नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि लाॅक डाउन के दरम्यान स्कूल व कॉलेजों के बच्चों की सुविधा हेतु स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के द्वारा प्रायोजित झारखण्ड Digi-SATH के माध्यम से विभिन्न ऑनलाइन क्लाशेस का प्रचार-प्रसार करें। इसी कड़ी में छात्रों के साथ अविभावकों को भी जागरूक करें, ताकि ऑनलाइन क्लासेस के प्लेटफाॅर्म का उपयोग करते हुए इसका फायदा ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी बेहतर तरीके से उठा सके। शिक्षक द्वारा अभिभावकों का समूह तैयार किया गया है। इस समूह में प्रत्येक दिन कक्षावार एवं विषयवार शिक्षण सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है।

■ ई-लर्निंग में पढ़ाई के साथ अन्य क्रियाकलापों को भी जोड़ेः उपायुक्त….

वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि वर्तमान में जरूरतों के हिसाब से डिजिटल लर्निंग को प्रोत्साहित करने की जरूरत है, ताकि छात्र-छात्राएं मौजूदा डिजिटल/ई-लर्निंंग प्लेटफाॅर्म का इस्तेमाल कर अपनी पढ़ाई-लिखाई जारी रख सके। इसके अलावे सीसीई को आधार बनाते हुए रचनात्मक मूल्याकंन एवं अधिगम प्रक्रिया के आकलन हेतु डिजिटल काॅपी सत्यापन की रूप-रेख को पूरे जिले में लागू करें। साथ ही इंटरमीडिएट कक्षा के बच्चों को अकारदमिक अनुसम्र्थन हेतु जूम काॅल या व्हाट्स एप वीडियो काॅल के माध्यम से प्रत्यक्ष सहयोग उपलब्ध कराया जाय। सबसे महत्वपूर्ण गुगल फाॅर्म एवं कार्यपत्रक के माध्यम से बच्चों का आकलन क्वीज के माध्यम से किया जाय। पढ़ाई-लिखाई में कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए शिक्षक व्यक्तिगत रूप से काॅल एवं वीडियो काॅल के माध्यम से अतिरिक्त अनुसमर्थन प्रदान करते हुए उनका काउंसिलिंग करें।

■बच्चो के साथ अभिभावकों को ऑनलाइन जोड़ने की व्यवस्था:- उपायुक्त….

इस दौरान उनके द्वारा बतलाया गया कि देवघर जिला अंतर्गत बच्चों के पढ़ाई को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा यह पहल की गयी है। इसके तहत अभिभावक अपने घरों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधे जुड़ सकते है एवं अभिभावकों को Digi-SATH के बारे में अधिक से अधिक जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे इसका उपयोग अपने बच्चों की पढ़ाई हेतु करें। उनके द्वारा आगे जानकारी दी गयी कि Digi-SATH पूर्णतः डिजिटल आधारित प्लेटफॅार्म है एवं उपयोग हेतु यह बहुत हीं आसान एवं लाभदायक है एवं सबसे अच्छी बात यह है कि Digi-SATH के माध्यम से पढ़ाई हेतु किसी भी प्रकार की शुल्क अदा करने की आवश्यकता नहीं है एवं बच्चों के शिक्षा के लिए यह काफी उपयोगी सिद्ध होगी। उनके द्वारा आगे कहा गया कि इसके माध्यम से कोरोना से बचाव व रोकथाम के उपायो संबंधी जागरूकता फैलाने का भी प्रयास किया जायेगा।
इस दौरान उपायुक्त के अलावे अपने अपने कार्यालय से जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, राज्य प्रतिनिधि सुजित कुमार, सभी प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी आदि वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थें।