Jharkhand:ट्रेन की चपेट में आने से दो हाथी की दर्दनाक मौत,रेलवे कर्मचारी और वन विभाग की टीम में धक्का-मुक्की.

चाईबासा।झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर रेल मंडल के महीपानी रेलवे क्रासिंग के पास पोल संख्या 388/12-14 के पास बुधवार की रात्रि करीब 1 बजे पार्सल एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से दो हाथियों की मौत हो गई।धक्का इतना जोरदार था कि एक हाथी के रेलवे लाइन पर ही चिथड़े उड़ गए, वहीं दूसरा हाथी दूर तीसरी लाइन पर जा गिरा। इस दुर्घटना में पार्सल एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन के बाद दूसरी बोगी बेपटरी हो गई।गुरुवार सुबह बंडामुंडा से एआरटी वेन घटना स्थल पर पहुंच कर पार्सल वेन के आधे हिस्से को ठीककर मनोहरपुर ले जाया गया, वहीं बाकी पीछे के हिस्से को वापस भालुलता रेलवे स्टेशन लाया गया।मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की देर रात करीब 1 बजे एमएमजी-सीजीएस नामक पार्सल वैन राउरकेला से चक्रधरपुर की ओर जा रही थी। इसी दौरान जराईकेला और भालुलता रेलवे स्टेशन के बीच महीपानी रेलवे क्रॉसिंग के पास 15 हाथियों का झुंड रेल लाइन पार कर रहा था कि तेज रफ्तार पार्सल वैन ने हाथियों के झुंड को धक्का मार दिया. जिससे एक हाथी के चिथड़े उड़ गए, वहीं दूसरे हाथी की भी मौत हो गई. दुर्घटना के बाद चालक ने इसकी सूचना रेल अधिकारियों दी।सूचना मिलते ही गुरुवार सुबह बंडामुंडा से एआरटी वैन मौके पर पहुंची और हाथी के शव को रेल पटरी से हटा कर क्षतिग्रस्त बोगी को ठीक कर पार्सल वैन के आधे हिस्से को मनोहरपुर और आधे हिस्से को भालुलता लाया गया।

वहीं,पार्सल वैन की चपेट में आने के बाद हाथी की मौत के मामले की जांच करने टीम पहुंची।वन विभाग की टीम चालक को हिरासत में लेना चाह रही थी,लेकिन मौके पर मौजूद रेल अधिकारियों ने कहा कि जराईकेला रेलवे स्टेशन पर चालक सरेंडर कर देगा, लेकिन रेलवे द्वारा पार्सल वैन को जराईकेला में नहीं रोक कर मौके पर ही चालक को रिलीज कर दिया और सीएलआई पी के राव गाड़ी को लेकर मनोहरपुर पहुंचे। जब गाड़ी मनोहरपुर पहुंची तो वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई और सीएलआई को गिरफ्तार करने लगी, इसी दौरान मनोहरपुर रेलवे स्टेशन पर सीएलआई और वन विभाग की टीम के साथ धक्का मुक्का हो गई. इसके बाद आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची और फॉरेस्टर भूषण, गार्ड शंकर सोना सहित कई को हिरासत लेकर आरपीएफ पोस्ट ले गई. जहां इन सभी को बैठा कर पूछताछ की जा रही थी. इसी दौरान सूचना मिलने पर राउरकेला एसीएफ दिलीप साहू मनोहरपुर आरपीएफ पोस्ट पहुंचे और मामले को शांत कराया।इसके बाद आरपीएफ ने सभी को छोड़ दिया।