राँची: पिता के कहने पर चिकेन लाने गए युवक की लाश एक दिन बाद चुटिया क्षेत्र के तालाब से बरामद

राँची। राजधानी राँची के चुटिया थाना क्षेत्र के कमलू तालाब से शनिवार को एक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया। मृतक की पहचान विंध्यवासिनी नगर स्थित रोड नंबर 4 चुटिया के वाले हरिकांत ठाकुर 31 वर्ष, पिता शिवधानी ठाकुर के रूप में हुई है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। मामले की आगे की जांच पुलिस कर रही है।

मृतक के पिता और बेटा रोशन कुमार (हरा गंजी में)

मुर्गा लेने के लिए पैसा दिया, और कहा जल्दी लेकर आ जाना बच्चा सब खायेगा

मृतक हरिकांत ठाकुर के पिता शिवधानी ठाकुर अपने 10 वर्ष के पीते के साथ सूचना मिलने पर तालाब के पास पहुँचे थे। उन्होंने रोते हुए बताया है कि वह अपने बेटे को शुक्रवार की सुबह लगभग 7 बजे पैसा देकर मुर्गा खरीदकर लाने के लिए बाजार भेजे थे। जब काफी देर के बाद भी हरिकांत बाजार से वापस घर नहीं लौटा। उसके बाद उसकी पत्नी ने घर के पास लोगों को बताया कि पिता जी को बोल दीजिये की अभी तक नहीं आया। हरिकांत के पिता ने आगे बताया कि वो किसी के मरनी में बाल बनाने गए थे। करीब 4 बजे सूचना मिला कि हरिकांत घर नहीं पहुँचा है। किसी अनहोनी की आशंका हुई। काफी देर तक घर नहीं लौटने के बाद हरिकांत की खोजबीन शुरू की गई। लेकिन काफी प्रयास के बाद भी कुछ जानकारी नहीं मिल पाई।

हरिकांत का चप्पल तालाब किनारे पड़ा था

इधर शुक्रवार को ही खोजबीन में कमलू तालाब के पास शाम में चप्पल देखा गया। स्थानीय लोगों ने तालाब में खोजबीन किया लेकिन नहीं मिला पाया था। पुलिस को भी सूचना दिया था पुलिस को स्थानीय लोगों ने बताया कि एक बच्चे ने तालाब में किसी को गिरते देखा है। लेकिन पुलिस आई और कुछ देर रुककर चली गई। अंधेरा होने के कारण स्थानीय लोग हरिकांत को ढूंढ नहीं पाया।

स्थानीय लोगों ने झगर डालकर निकाला

स्थानीय लोगों तालाब में जिस जगह मृतक का चप्पल मिला था उस जगह झगर डालकर खोजबीन शनिवार की सुबह तालाब में खोजबीन शुरू की गई। काफी प्रयास के बाद झग्गर में हरिकांत का शव फंस गया। उसके बाद करीब 10 बजे शव बाहर निकाला।

पुलिस को सूचना दी, उसके बाद पुलिस मौके पर पहुँची

परिजनों और स्थानीय लोगों के प्रयास से शव बाहर निकाला। उसके बाद चुटिया थाना पुलिस मौके पर पहुँची।शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है। इधर फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है और इस बात की जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है कि हरि कांत ठाकुर का तालाब में गिरने की वजह से मौत हुई है या फिर किसी ने उसकी हत्या कर शव को तालाब में फेंका है।

राशन दुकान में काम करता था हरिकांत, बूढ़े पिता और पत्नी समेत दो बच्चों की थी भरण-पोषण की जिम्मेवारी

हरिकांत के पिता शिवधानी ठाकुर ने बताया कि हरिकांत चुटिया में फुलिया सेठ के राशन दुकान में काम करता था। जबकि वे नाई का काम करते हैं। 70 वर्षीय शिवधानी ठाकुर ने रोते हुए बताया कि हरिकांत के दो बच्चे हैं।एक बेटा 10 वर्ष बेटी 7 वर्ष की है। हरिकांत की बेटी देख नहीं पाती है।इलाज के लिए पैसा नहीं होने के कारण इलाज नहीं हो पा रहा है। बेटे पर पत्नी और दोनों बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेवारी भी हरिकांत पर ही थी। फिर पोते को पकड़कर शिवधानी ठाकुर रोने लगे।

हरिकांत का शव मिलने से भीड़ जुट गई

जैसे ही हरिकांत का शव तालाब से निकाला गया। आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों ने बताया की मृतक बहुत ही शांत स्वभाव के थे।किसी से कोई लड़ाई झगड़ा भी नही किया है। आखिर ताबाल में कैसे डूब गया। आशंका ये भी जताया जा रहा है की शायद पैर धोने के लिए ताबाल के किनारे गया हो और पैर फिसलने से तालाब में डूब गया हो।