सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्य सचिव और डीजीपी की अगुवाई में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई:मुख्य सचिव ने सभी जिलों के एसपी और डीसी को यह हिदायत दी,अपने काम के प्रति जिम्मेवार बने,कहा-किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

राँची।राज्य में आपराधिक वारदातों पर रोक लगाने के लिए मुख्य सचिव सुखदेव सिंह व डीजीपी नीरज सिन्हा ने सभी डीसी, एसपी को निर्देश दिए। गौरतलब है कि शनिवार को राँची समेत राज्य के सभी जिले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्य सचिव और डीजीपी की अगुवाई में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में राज्य पुलिस के तमाम बड़े अधिकारी शामिल थे।वहीं जिलों के सभी डीसी और एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग में जुड़े थे।

समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य सचिव और डीजीपी ने जिले के एसपी व डीसी को,जिलों को हाई अलर्ट पर रखने का निर्देश दिया गया है ताकि आपराधिक घटनाओं पर रोक लग सके. समीक्षा बैठक में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए तकनीक के इस्तेमाल पर खास जोर दिया गया।इस दौरान राजधानी की पुलिस को निर्देश दिया गया कि भविष्य में मोरहाबादी मैदान में हुए गैंगवार जैसी वारदात न हो इसके लिये पेट्रोलिंग बढ़ाया जाए, चेक नाका लगाने के अलावा खुफिया तंत्र को सक्रिय किया जाए।समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य सचिव सुखदेव सिंह सभी जिलों के एसपी और डीसी को यह हिदायत दी कि वे अपने काम के प्रति जिम्मेवार बने और उन्होंने साफ साफ कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मुख्य सचिव के ने कहा कि सभी जिलों के असामाजिक तत्वों की पहचान करके ऐसे लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।भीड़-भाड़ वाले इलाकों, बाजार बैंक-अस्पतालों के करीब और इन्हें जोड़ने वाली सड़कों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये जाएं. शाम ढलते ही जिन स्थानों पर सन्नाटा पसरने लगता है. वहां, भी पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए. पुलिस-प्रशासन की सक्रियता इस प्रकार रखनी है कि इससे अपराधियों में खौंफ बढ़े और आम लोगों में सुरक्षा का भाव आये।