गढ़वा वन क्षेत्र इलाके में बाघ देखे जाने का दावा,अधिकारी ने कहा,हम अलर्ट हैं लेकिन हमारे क्षेत्र में बाघ होने की पुष्टि नहीं

गढवा।झारखण्ड के गढ़वा जिले में एक बार फिर वन विभाग सतर्क है।बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ की सीमा पर बाघ देखे जाने की खबर दी गयी है। इस संबंध में गढ़वा दक्षिणी वन क्षेत्र पदाधिकारी शशि कुमार ने कहा, इसे छत्तीसगढ़ की सीमा पर कनहर नदी के पार देखे जाने की सूचना मिली है। बाघ हमारे क्षेत्र में नहीं है। इसके बावजूद भी हमने अधिकारियों को अलर्ट पर रखा है।बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ के गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान से निकले बाघ के पिछले एक सप्ताह से गढ़वा के सीमावर्ती क्षेत्र में होने की खबर मिली। अभी तक बाघ ने छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक मवेशियों का शिकार किया है खतरा सीमा पर सटे होने की वजह से झारखण्ड के गढवा इलाके के कुछ क्षेत्रों में भी है हालांकि अबतक बाघ के दूसीर तरफ आने की जानकारी नहीं मिली है।

इधर गढ़वा का दक्षिणी वन क्षेत्र छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जंगली क्षेत्रों में आता है। वन विभाग अलर्ट है। गढ़वा दक्षिणी वन क्षेत्र पदाधिकारी शशि कुमार ने पत्रकारों को बताया कि हम पूरी तरह सतर्क हैं।आसपास के इलाकों में रहने वालों से सतर्क रहने की अपील की गयी। शशि कुमार से जब तेंदुए के संबंघ में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जनवरी के बाद से हमें तेंदुए के निशान नहीं मिले हैं। इलाके में शांति है कहीं से कोई घटना दुर्घटना की खबर नहीं है। हम अब भी सतर्क हैं।