गुमला जिले के एक मजदूर की तमिलनाडु में मौत,शव लाने की परिजनों ने गुहार लगायी

गुमला।झारखण्ड के गुमला जिला अंतर्गत घाघरा प्रखंड के पुटो निवासी मजदूर जगेश्वर उरांव (26) की मौत तमिलनाडु में शनिवार को तबीयत बिगड़ने से हो गयी। जिसकी जानकारी होने पर परिजन चाची मालती उरांव, भाभी बालकी उरांव, समाजसेवी अशोक उरांव शव मंगाने की मांग को लेकर बीडीओ कार्यालय पहुंचे।जहां बीडीओ के फील्ड में होने के कारण बीडीओ से मुलाकात नहीं हुई।जिसके बाद घटना की जानकारी दूरभाष के माध्यम से बीडीओ को दिया गया और शव मंगाने का आग्रह किया गया। इस संबंध में अशोक कुमार ने बताया कि 2015 में जागेश्वर उरांव तमिलनाडु के कोयंबटूर मजदूरी का काम करने के लिए गया था।अपने परिजनों से दूरभाष पर प्रत्येक दिन बात करता था। गत शुक्रवार के दिन भी परिजनों से जागेश्वर ने बात कियाजागेश्वर पहले से जिस कंपनी में काम कर रहा था।उस कंपनी को छोड़कर दो दिन पूर्व ही अनन्या नाना-नानी कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने के लिए आया था। जहां शनिवार की सुबह 11 बजे जागेश्वर की स्थिति खराब होने लगी। उल्टी करने लगा। जिसके बाद उसके साथी जागेश्वर तक पहुंचे।तब तक जागेश्वर बेहोश पड़ा था। जिसके बाद तीन किलोमीटर दूर अस्पताल ले जाया गया।जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।साथियों द्वारा मृतक के परिजनों को शनिवार दो बजे इसकी जानकारी दूरभाष के माध्यम से मिली जिसके बाद से परिजन शव मंगाने के लिए इधर उधर भटक रहे हैं।परिजनों की आर्थिक स्थिति दयनीय है।प्रखंड प्रशासन व जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि जागेश्वर का शव पैतृक गांव पुटो मंगा दिया जाये।इस संबंध में बीडीओ विष्णुदेव कच्छप से पूछने पर उन्होंने कहा पूरे मामले की जानकारी दूरभाष के माध्यम से मुझे मिली है।मैं वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए शव मंगाने की दिशा में पहल कर रहा हूं।