श्रीराम मंदिर के लिए दान के आगे छोटी पड़ रही झोली, लाखो करोड़ो में मिल रही सहयोग राशि

राँची। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि देने को पूरा देश तत्पर है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ओर से समर्पण निधि अभियान शुरू हुए अभी चार दिन ही हुए हैं और प्रथम चरण में भेजे गए 10, 100 तथा 1000 रुपये के कूपन कई शहरों में खत्म हो गए। इससे इतर रसीद के माध्यम से एक लाख से लेकर एक करोड़ रुपये की राशि देने वाले रामभक्तों की संख्या अनगिनत है।

देश भर से राम भक्तों ने बैंक में आनलाइन भी राशि भेजनी शुरू कर दी है। सूरत के व्यापारी गोविंद भाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपये दिए तो सूरत के ही व्यापारी महेश कबूतरवाला ने पांच करोड़ तो लक्जी बादशाह ने एक करोड़ रुपये दिए। उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने एक करोड़ रुपये की राशि राम मंदिर के लिए समर्पित की। शिव सेना की ओर से उद्धव ठाकरे ने भी एक करोड़ की राशि दी है। लिस्ट लंबी है। एक करोड़ रुपये देने वाले कई भक्त ऐसे हैं जो यह कह रहे कि आप पैसे ले लें, नाम प्रकाश में लाने की जरूरत नहीं। सब राम का है। हालांकि ऐसे भक्तों का भी रिकार्ड रखा जा रहा है।

विहिप के संयुक्त महामंत्री डा. सुरेंद्र जैन ने कहा, समाज के लोग सबरी की तरह समर्पण निधि अभियान में लगे कार्यकर्ताओं का इंतजार कर रहे हैं। जगह-जगह से फोन आ रहे हैं कि आप लोग मेरे मोहल्ले में कब आ रहे हैं। कहा, अयोध्या में राममंदिर के साथ-साथ 70 एकड़ भूमि में पुस्तकालय, संग्रहालय, सत्संग भवन सहित जो भी निर्माण किया जाएगा, ङ्क्षहदू समाज के सहयोग से ही बनेगा। समाज पूरी तरह सक्षम है। इसमें सरकार से सहयोग नहीं लिया जाएगा। अभियान 27 फरवरी तक चलेगा। देश के सवा पांच लाख गांवों के 65 करोड़ लोगों तक विहिप के कार्यकर्ता समर्पण निधि के लिए पहुंचेंगे।

दलित व वंचित लोगों के मोहल्ले में है काफी उत्साह

डा.जैन ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण राशि देने हेतु पूरे देश में दलित व वंचित समाज के लोगों के बीच काफी उत्साह है। संघ परिवार के प्रमुख लोग स्वयं उस तरह की बस्तियों में जा रहे हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत दिल्ली में बाल्मिकी मंदिर में गए तो राम मंदिर आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाली साध्वी ऋतंभरा मुंबई के जुहू विले पार्ले स्थित बस्ती में गईं। लोगों ने बढ़चढ़कर समर्पण राशि भेट की।

भगवान सिरीराम कर काम मोर जिनगी सफल होई गेलक : मुकुंद नायक

मंदिर निर्माण को लेकर आदिवासी समाज भी उत्साहित है। रांची में पद्मश्री मुकुंद नायक ने भी अभियान में साथ दिया और नागपुरी भाषा में कहा कि भगवान सिरीराम कर काम कईरके मोर जिंदगी सफल होई गेलक। उनकर भव्य मंदिर निरमाण होवलसे गोटके भारतवर्ष में नावां चेतना जागी। (भगवान श्रीराम का काम कर मेरी जिंदगी सफल हो गई। उनका भव्य मंदिर निर्माण होगा तो भारत में नई चेतना जागेगी।)

मुस्लिम समाज के लोग भी आ रहे हैं आगे

राम मंदिर निर्माण में सहयोग करने के लिए मुस्लिम समाज के लोग भी आगे आ रहे हैं। धनबाद के सिंदरी निवासी अली अहमद खान ने 51 हजार रुपये दिए तो कई जगहों पर लोग कार्यकर्ताओं को फोन कर राशि लेने आने का आग्रह कर रहे हैं। अली ने कहा, राम काज में सबको सहयोग करना चाहिए।

आज बिहार के राज्‍यपाल फागू चौहान ने 2 लाख एक हजार रुपये की सहयोग राशि दी। आज सोमवार विहिप और आरएसएस के सदस्‍य बिहार के राज्‍यपाल के पास गए। इस दाैरान फागू चौहान ने चेक के माध्‍यम से दो लाख एक हजार रुपये प्रदान किए। इस दौरान विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री झारखंड-बिहार केशव राजू, आरएसएस के क्षेत्र प्रांत कार्यवाह मोहन सिंह, आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक रामदत्‍त चक्रधर व बिहार भाजपा के संगठन मंत्री नागेंद्र कुमार, विहिप के केंद्रीय उपाध्‍यक्ष पद्मश्री डॉक्‍टर आरएन सिंह व आरएसएस दक्षिण बिहार के प्रांत प्रचारक राणा प्रताप मौजूद थे।

विश्व हिंदू परिषद के कार्यालय सह प्रभारी अमर प्रसाद ने बताया कि झारखण्ड में 10 रुपये के 10 लाख, 1000 रुपये के 10 लाख और 1000 रुपये के 15 हजार कूपन और 20 की संख्या वाली 21000 रसीद जिलों में भेजी गई। दो हजार से ऊपर पैसा देने वालों को रसीद दी जाती है। अब इनकी मांग फिर से होने लगी है। प्रांत कार्यालय में कूपन समाप्त हो गया है। एक दो दिनों में 20 लाख कूपन और आने की संभावना है।