थानेदार को महंगा पड़ा कार्टून का शौक, जूनियर्स को “कालिया” पुकारने वाला थानेदार हुआ लाइन हाजिर

खूंटी। कभी कभी हमारी शौक और पसन्द जाने अनजाने में हमारी ही परेशानी का सबब बन जाती है। ऐसा ही मामला झारखण्ड के खूंटी जिला का है। यहां एक थानेदार जिसे अपने जूनियर्स को ‘कालिया’ और ‘पतलू’ कहने के शौक ने लाइन हाजिर करवा दिया। थानेदार पर अमर्यादित शब्दों से जवानों को बुलाने का आरोप लगा है। खूंटी के अड़की थाने में पदस्थापित जवानों को और प्रोबेशनल दारोगाओं को अर्मयादित शब्दों का इस्तेमाल कर बुलाने वाला थानेदार विक्रांत कुमार को खूँटी एसपी आशुतोष शेखर ने लाइन हाजिर कर दिया है। जिसके बाद अड़की के नए थानेदार पंकज दास को बनाया गया है। पंकज इससे पूर्व सायको में थे जबकि सायको में नरेंद्र मुंडा को थाना प्रभारी का पदभार सौंपा गया है।

अड़की थाने में पदस्थापित जवान कई दिनों से थानेदार विक्रांत कुमार के अभद्र और अमर्यादित शब्दों से परेशान हो गए थे।लगातार दुर्व्यवहार किए जाने से परेशान जवानों ने पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर को लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी और जिसके बाद मामले के जांच का आदेश एसडीपीओ आशीष महली को दिया गया था।एसडीपीओ ने दो दिनों तक लगातार जवानों से पूछताछ की इसके बाद एसपी को जांच रिपोर्ट सौंपा गया। बताया जा रहा है, एसपी खुद गुरुवार को अड़की थाना पहुंचे थे। जहां उन्होंने प्रोबेशनल दरोगाओं से बातचीत की थी। उसके बाद सोमवार को एसपी ने विक्रांत कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। इधर पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर से जब बातचीत की तो उन्होंने कहा कि जांच जारी है। जवानों की शिकायत के बाद फिलहाल विक्रांत को लाइन हाजिर किया गया है और उनके जगह पर पंकज दास को नियुक्त किया गया है।

पुलिसकर्मियों ने पत्र में कहा था विक्रांत कुमार लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं, साथ ही थाना प्रभारी पुलिसकर्मियों को उनके मनगढ़त नाम से पुकारते हैं। पुलिसकर्मियों को बार-बार अपमानित करते हैं और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं। पुलिसकर्मियों ने थाना प्रभारी पर कार्य के बंटवारा में भी निष्पक्षता नहीं बरतने का आरोप लगाया था। पुलिसकर्मियों ने एसपी को जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की थी।

कुछ जवानों की शिकायत जो एसपी को पत्र में लिखा था

कुमार नितेश को थाना प्रभारी ने मोबाइल पर गंदी गंदी फिल्म देखने का आरोप लगाते हुए उसे सबके सामने जलील करते हैं। रामलगन राम को थाना में परिवार रखने को लेकर अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल कर उन्हें मानसिक प्रताड़ना करते थे। संदीप कुमार को नाम से नहीं बल्कि कालिया-कालिया कहकर पुलिसकर्मियों के सामने जलील किया जाता था। नीतीश कुमार सोनी समेत कई ऐसे जवान है जिन्हें थाना प्रभारी अमर्यादित शब्दों से पुकार कर उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित करते थे।