Ranchi:बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद पूर्व नक्सली कृष्ण मोहन झा का इलाज के दौरान जेल में मौत,जेल प्रशासन के सहयोग से परिजन शव बिहार ले गया

राँची।बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में सजा बंद पूर्व नक्सली कृष्ण मोहन झा उर्फ अभय जी उर्फ विकास जी उर्फ धनंजय उर्फ काली झा का इलाज के दौरान जेल के अस्पताल में मौत हो गयी़।बताया गया कि उसके लीवर में गंभीर बीमारी थी़ जिससे संक्रमण के कारण उसके पेट में पानी भर जाता था,उसे खून की भी उल्टी होती थी़। चिकित्सक कुछ-कुछ दिन में उसके पेट से पानी निकालते रहते थे़।गुरुवार को इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।उसके बाद शुक्रवार को सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव उसके परिजनों को सौंप दिया़ है। जेल प्रशासन की मदद से उसके शव को परिजन बिहार के मुजफ्फपुर उसके पैतृक गांव ले गये़।बताया जा रहा है कि उम्र कैद की सजा हाेने के बाद उसे गुमला जेल से राँची जेल शिफ्ट किया गया था़।जेल में उसका इलाज एम्स के डाॅक्टरों की सलाह पर चल रहा था और प्रतिदिन 36 सौ रुपये (12-12 सौ रुपये का तीन ) का इंजेक्शन लगता था़।

बीएचयू से स्नातक की डिग्री ली थी

बताया जाता है कि उसने बीएचयू से स्नातक की डिग्री ली थी़ बीएचयू में ही माओवादी पोलित ब्यूरों सदस्य की सेवा करने का उसे मौका मिला़।उसके बाद वह हार्डकोर नक्सली बन गया़।बाद में उसे काेयल शंख जोन का एरिया कमांडर बना दिया गया था़।

व्यवसायी के अपहरण और हत्या मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा था

वह होटवार जेल में राँची के पंडरा ओपी क्षेत्र के राजू मंडल नामक मार्बल व्यवसायी का अपहरण के बाद पांच मार्च 2016 को हत्या करने के मामले में आजीवन कारावास सजा में जेल में बंद था़। उस पर लातेहार जिला में नक्सली मामले व राँची में अपहरण के बाद हत्या,आर्म्स एक्ट,सरकारी काम में बाधा आदि मामले दर्ज है़।

इलाज के दौरान रिम्स से फरार हो गया था

अपहरण व हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा कुख्यात अपराधी कृष्ण मोहन झा 19 सितम्बर 2021 रविवार की सुबह करीब तीन बजे रिम्स से फरार हो गया था। वह रिम्स के मेडिसिन वार्ड में डॉ सीबी शर्मा की देखरेख में इलाजरत था। पिछले 27 दिनों से उसका इलाज रिम्स में चल रहा था। वह लीवर संक्रमण से पीड़ित है। उसने मुख्यमंत्री, मुख्य न्यायाधीश को आवेदन लिख कर जान बचाने की गुहार लगायी थी और लोगों से आर्थिक मदद भी मांगी थी।रिम्स में उसकी देखरेख में उसकी मां भी थी।  शनिवार की शाम उससे मिलने के लिए उसका भाई रिम्स आया था। उसने शाम को अपराधी कृष्ण मोहन झा की सुरक्षा में तैनात जवानों को रसगुल्ला भी खिलाया था। यहां उसे हथकड़ी भी नहीं लगाई गई थी। रविवार की सुबह तीन बजे अपराधी अपनी मां के साथ रिम्स से फरार हो गया था।बाद में पुलिस ने फिर से उसे गिरफ्तार किया था।अपराधी कृष्ण मोहन झा उर्फ अभय उर्फ धनंजय उर्फ काली झा मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कुरहानी थाना क्षेत्र के बथना परिया का रहने वाला था। उसने झारखण्ड के हजारीबाग जिले के चौपारण थाना क्षेत्र स्थित असवाल चौक और लातेहार के अंबा कोठी में भी अपना आवास रखा था।