राँची में हिंसा मामला:सात उपद्रवियों को राँची पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

राँची।राजधानी राँची में 10 जून को मेन रोड में हुए बवाल हिंसा मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को पांच उपद्रवियों को चिन्हित करते हुए गिरफ्तार किया और उन्हें देर शाम जेल भेज दिया गया।जिन उपद्रवियों को चिन्हित कर जेल भेजा गया है उनमें शकील उर्फ कारु, मुजाहिद हुसैन उर्फ मुन्ना,अरमान हुसैन, मोहम्मद अमजद खान और मोहम्मद रमजान शामिल है।वहीं एक आरोपी नबाब चिस्ती को डोरंडा थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा और एक लोअर बाजार थाना पुलिस ने फरदीन अहमद उर्फ जिमी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।यानी आज मंगलवार को 7 आरोपियों के पुलिस ने जेल भेजा है। इससे पहले भी सोमवार को राँची पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।अभी तक राँची पुलिस इस मामले 29 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं 3 दर्जन से अधिक संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

इससे पहले मंगलवार को राँची पुलिस ने उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए थे हालांकि देर शाम कुछ त्रुटि होने की वजह से उन्हें वापस ले लिया गया। इस संबंध में राँची पुलिस ने बताया है कि तकनीकी त्रुटि की वजह से पोस्टर को हटाया गया है। सिटी एसपी अंशुमान कुमार ने कहा है कि किसी भी परिस्थिति में घटना में शामिल उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस कार्रवाई कर रही है।

हत्या के मामले में ढेड़ महीना पहले कोर्ट ने बरी हुआ था ये दंगाई

आज जिस शकील उर्फ कारु को पुलिस ने दंगा करने के आरोप में जेल भेजा है।ये आरोपी कुख्यात अपराधी सोनू इमरोज हत्याकांड मामले में 25 अप्रैल को अदालत बरी किया था।जिसमें हत्याकांड के दो दोषियों शमशाद आलम व तबरेज आलम को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी।वहीं एक आरोपी कारू को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया था।बता दें ये मामला 2018 का है, जब राँची के मेन रोड टैक्सी स्टैंड के पास चार नवंबर 2018 को अपराधी सोनू इमरोज की हत्या कर दी गयी थी।अपराधी सोन इमरोज की हत्या के मामले में अपर न्यायायुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत ने पिछले दिनों आरोपी मो तबरेज आलम उर्फ चमड़ा और शमशाद आलम को दोषी करार दिया था। एक अन्य आरोपी मो शकील उर्फ कारू उर्फ लुल्हा को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया था।

एक हाथ से दिव्यांग है

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उपद्रवी शकील उर्फ कारू का बांयां हाथ ठीक नहीं है।एक ही हाथ काम करता है।लेकिन ये इतना शातिर है कि करीब आधा दर्जन हत्याकांड में इसका नाम है।सूत्रों के अनुसार 10 जून की घटना में पुलिस पर हमला करने में कारू आगे था।और भीड़ में से हमला कर रहा था।पुलिस ने फुटेज के आधार पर इसको दबोचा है।