#किसान संवाद:जनता के द्वारा नकारे पार्टी और नेता अब भोले भाले किसानों को गुमराह कर रहे हैं,जो लोग किसानों के नाम पर आंसू बहा रहे,तब कहां थे,जब जमीन कब्जे हो रहे थे:-प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली।नये कृषि कानून के खिलाफ पिछले 30 दिनो से सड़को पर डटे किसानो के आंदोलन के बीच आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 6 राज्यो के करीब 2 करोड़ किसानो से सीधा संवाद किया और विपक्षी दलो पर जमकर हमला बोला।अपने संबोधन में मोदी ने पहले क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए कहा-सभी देशवासियों को क्रिसमस की शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि क्रिसमस का ये त्योहार विश्व में प्रेम, शांति और सद्भाव का प्रसार करे।वहीं किसान आंदोलन पर मुद्दो से भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि एमएसपी की गारंटी पर शुरू हुए इस आंदोलन में अब कुछ पोस्टर लगाकर जेल से रिहाई की मांग कर रहे हैं

इस अवसर पर जहां पी एम ने अपनी सरकार की उपलब्धिया गिनाई और कहा कि हमने ढाई करोड़ छोटे किसानो को किसान क्रेडिट से जोडा है और अब मछली पालन , पशु पालको को भी किसानो को भी क्रेडिट कार्ड मिल रहा है. मोदी ने विपक्ष से पूछा कानून का उल्लंघन करने वाले किसानो की पैनल्टी खत्म की गयी और उन्हें तीन दिनो के अंदर फसल का भुगतान करने की गांरंटी दी गयी तो इसमें गलत क्या है।मोदी ने विपक्ष पर सीधा हमला करते हुए कहा कि जो लोग स्वामीनाथन की रिपोर्ट दबा कर बैठे थे वही किसानो के लिये घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. हमने किसानो को मुफ्त बिजली , गैस कनेक्शन समेत आयुष्मान योजनाओं का लाभ दिया. मोदी ने पूछा कि केरल में ए एच पी सी नही है वहां आंदोलन क्यो नही होता।मोदी ने बंगाल की सरकार पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि राजनीतिक कारणो से 70 लाख किसानो को इसका फायदा नही मिला। वामपंथी दलो पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि 30 साल तक सरकार चलाने वाले कोई आंदोलन नही कर रहे.लेकिन पंजाब के किसानो को भड़का रहे।इस अवसर पर मोदी ने अरूणाचल के किसान गगन पेरिंग , हरियाणा के हरि सिंह मध्य प्रदेश के मनोज और यू पी के राम गुलाब समेत अन्य किसानो से बात की।पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती पर आयोजित इस संवाद कार्यक्रम मे मोदी ने देश के 9 करोड़ किसानो के खातो में 18 हजार करोड़ से ज्यादा रूपया किसान सम्मान योजना के तहत ट्रांसफर किया।इस संवाद को केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई मंत्री,मुख्यमंत्री,सांसद ,विधायक ने भी किसानो के साथ संवाद किया और विपक्ष पर जमकर हमला बोला है।

प्रधानमंत्री के सम्बोधन के मुख्य बातें:

किसानों के जीवन में खुशी, हम सभी की खुशी बढ़ा देती है। सभी देशवासियों को क्रिसमस की शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि क्रिसमस का ये त्योहार विश्व में प्रेम, शांति और सद्भाव का प्रसार करेः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

मुझे आज इस बात का अफसोस है कि मेरे पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। बंगाल की सरकार के राजनीतिक कारणों से उनके राज्यों के किसानों को पैसे नहीं मिल रहे हैं,जो लोग 30 साल तक बंगाल में राज करते थे उन्होंने बंगाल की क्या हालत करके रख दी है सारा देश जानता हैः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते, वो यहां किसान के नाम पर देश की अर्थनीति को बर्बाद करने में लगे हुए हैं। ये दल मंडियों की बात कर रहे हैं और बड़ी-बड़ी हेडलाइन लेने के लिए भाषण दे रहे हैं।लेकिन वही दल जिन्होंने बंगाल को बर्बाद किया, केरल के अंदर उनकी सरकार है। इससे पहले जो 50-60 साल राज करते थे उनकी सरकार थी केरल में APMC मंडियां नहीं हैं। केरल में आंदोलन करके वहां APMC शुरू कराओः प्रधानमंत्री

किसानों के नाम पर अपने झंडे लेकर जो खेल खेल रहे हैं, अब उनको सच सुनना पड़ेगा। ये लोग अखबार और मीडिया में जगह बनाकर, राजनीतिक मैदान में खुद के जिंदा रहने की जड़ी-बूटी खोज रहे हैं। लेकिन देश का किसान उनको पहचान गया हैः प्रधानमंत्री

ये वही लोग हैं जो वर्षों तक सत्ता में रहे। इनकी नीतियों की वजह से देश की कृषि और किसान का उतना विकास नहीं हो पाया जितना उसमें सामर्थ्य था। पहले की सरकारों की नीतियों की वजह से सबसे ज्यादा बर्बाद छोटा किसान हुआ: प्रधानमंत्री

आज जो किसानों के लिए इतने आंसू बहा रहे हैं, इतने बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं। जब ये लोग सरकार में थे तब इन्होंने किसानों का दुख दूर करने के लिए क्या किया ये देश का किसान अच्छी तरह जानता है।जो किसानों के नाम पर आज आंदोलन कर रहे हैं, जब उनका समय था तब वे चुप थे। जो लोग आंदोलन चला रहे हैं तब वे उस सरकार को समर्थन करते थे। यही लोग स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के ऊपर सालों तक बैठे थे। हमने आकर निकाला क्योंकि हमारे जीवन का मंत्र किसान की ज़िंदगी का भला करना है: PM

इधर बंगाल के राज्यपाल ने कहा-अब तक पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत भारत के हर किसान को 6000 रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से अब तक 14,000 रुपये मिल चुके हैं। पश्चिम बंगाल में 73 लाख किसानों को ये लाख नहीं मिला है। मैंने लगातार मुख्यमंत्री का ध्यान इस तरफ आकर्षित किया है।मेरा सरोकार इस बात से है कि शासन व्यवस्था संविधान के अनुरूप हो। जब मुझे लगता है कि भारत के संविधान को चीर-फाड़ कर, उसे तार-तार कर प्रशासन कोई कदम उठाता है तो राज्यपाल के लिए चुप रहना अपराध होगा, ये मैं किसी भी हालत में करने को तैयार नहीं हूं: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़