करोड़ों की ठगी करने वाला शातिर ठग को राँची पुलिस ने किया गिरफ्तार, नौकरी लगाने के नाम पर ठगे 75 लाख…

 

–पांच साल की सजा काट चुका है,जेल से निकलने के बाद फिर कर रहा था ठगी, लालपुर थाने में दर्ज थी उसके विरुद्ध ठगी की प्राथमिकी
–बड़ी संख्या में फर्जी मुहर, बैंक के ब्लैंक चेक, आधार व अन्य सामान पुलिस ने किया उसके पास से बरामद

राँची।राजधानी राँची की पुलिस ने कृषि विभाग का पदाधिकारी बनकर करोड़ो की ठगी करने के वाला शातिर ठग दीपक कुमार श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी मोरहाबादी के पास से हुई है। गिरफ्तार दीपक श्रीवास्तव पिछले पांच साल से जेल में था,जेल से बाहर निकलने के बाद वह फिर से ठगी में लग गया था। 24 अप्रैल को जब वह मोरहाबादी में था तब उसे राँची पुलिस ने गिरफ्तार किया।राँची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा, सिटी एसपी राज कुमार मेहता ने बताया कि आरोपी दीपक से सरकारी विभाग के स्टांप, ठगी किया हुआ 1.74 लाख रुपए जब्त किया गया। पुलिस ने उसके पास से कई लोगो के आधार कार्ड, अलग अलग नाम से सात पास बुक, 10 ब्लैंक चेक, चार मोबाइल भी जब्त किया गया। उसने कल्याण विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 155 लोगो से 75 लाख 65 हजार रुपए की ठगी की थी।

कई जगहों का बनवा रखा था फर्जी मुहर

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार दीपक ने ठगी के लिए कृषि निदेशक राँची, जिला कोषागार पदाधिकारी धनबाद और जिला योजना पदाधिकारी धनबाद का मुहर बनवा रखा था। इसके विरुद्ध लालपुर थाने में छह साल पूर्व 2017 में ही धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा का केस दर्ज था। उसी समय से ये फरार चल रहा था। गिरफ्तारी के बाद इसके विरुद्ध लालपुर थाना में 24 अप्रैल को एक और प्राथमिकी फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और ठगी का दर्ज किया गया है। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त दीपक कुमार श्रीवास्तव काफी शातिर है। उसने पढ़ाई बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी व प्रिंस कॉलेज बनारस से की है। उसके पिता पूर्वी क्षेत्र हजारीबाग के वन क्षेत्र पदाधिकारी थे। पिता की मृत्यु के बाद उसने कुछ वर्ष अनुकंपा पर भी वन विभाग में नौकरी की। उसके बाद उसे पैसे का लालच आ गया और उसने ठगी का धंधा शुरू कर दिया।

होटवार जेल में काट चुका है सजा, शातिर ठग है दीपक

चंदन सिन्हा ने बताया कि ठग दीपक वर्ष 2016 में कांके होचर के रहने वाले एक अधिवक्ता से 12 लाख रुपए की धोखाधडी की थी। उसे 5 वर्ष की सजा भी हुई थी। वह पांच साल तक यह होटवार जेल में रह चुका है। इसके विरुद्ध कोडरमा कोर्ट में कुल 9 मामले ठगी के दर्ज है। धनबाद कोर्ट में भी इसके विरुद्ध ठगी का एक मामला में दर्ज है। उसने राँची के ही सुरेंद्र सिंह उर्फ राम से अपने दोस्त दयानंद प्रसाद के साथ मिलकर 28 लाख रुपए की खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी किया। मेसरा के राजकुमार महतो से भी 80 हजार, ओरमांझी के अनुप कुमार कुशवाहा से 11 लाख रुपए की ठगी की। उसने तमाड़ की चांदनी व उसकी मां मंजू देवी को नौकरी दिलाने व घर गाड़ी उपलब्ध कराने के नाम पर 40 लाख रुपए ठगे।पुलिस के अनुसार अबतक दीपक ने करीब 30 करोड़ की ठगी कर चुका है।