#मन की बात:देश में कोई भूखा ना सोये, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में गली मोहल्लों में,जगह जगह पर आज लोग एक दूसरे की सहायता के लिए आगे आए हैं।

LIVE: मन की बात में बोले पीएम मोदी-लॉकडाउन ने बदला नजरिया, पुलिस की भी हो रही तारीफ

महीने के आखिरी रविवार को होता है ये कार्यक्रम

मन की बात’ के 64वें एडिशन में बोलें पीएम

हमने मानवता के नाते दूसरे जरूरतमंद देशों में दवाई पहुंचाई: पीएम मोदी

रमजान में पहले से ज्यादा इबादत करें, जिससे ईद से पहले कोरोना से मुक्ति मिल जाए: पीएम मोदी

संजोग जायसवाल

नई दिल्ली– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे एक बार फिर रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देश को संबोधित किए. आज अप्रैल महीने का आखिरी रविवार है. ‘मन की बात’ कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को ही प्रसारित होता है. पीएम मोदी ने कहा कि ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया। जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है. हमारे किसान भाई-बहन को ही देखिये – वो इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि देश में कोई भूखा ना सोये. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में गली मोहल्लों में, जगह जगह पर आज लोग एक दूसरे की सहायता के लिए आगे आए हैं. गरीबों के लिए खाने से लेकर राशन की व्यवस्था हो लॉकडाउन का पालन हो, अस्पतालों की व्यवस्था हो, मेडिकल इक्वीपमेंट का देश में निर्माण हो-आज पूरा देश एक लक्ष्य, एक दिशा, साथ साथ चल रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि आज पूरा देश, देश का हर नागरिक, जन-जन इस लड़ाई का सिपाही है और लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही मायने में People driven है।भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता लड़ रही है, आप लड़ रहे हैं, जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है. आज पूरा देश, एक लक्ष्य, एक दिशा के साथ आगे बढ़ रहा है. पीएम मोदी सुबह 11 बजे ‘मन की बात’ मासिक रेडियो कार्यक्रम के 64वें एडिशन में लोगों के सामने पेश हुये। जाहिर है कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है. इस वजह से छोटे दुकानदार, किसान और मजदूर वर्ग के लोगों के सामने जीने-मरने का संकट आ गया है. ऐसे में उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इनसे जुड़े मुद्दे भी उठाएंगे।

शनिवार को पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लोगों से आज के ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने की अपील की है. उन्होंने लिखा, “इस बार के कार्यक्रम के लिए लोगों की तरफ से ढेर सारे सुझाव मिले हैं.” बता दें, इससे पहले 63वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कोरोना वायरस की वजह से देश के हालात को केंद्र में रखते हुए अपनी बात रखी थी।

पहले पुलिस के विषय में सोचते ही नकारात्मकता के सिवाय हमें कुछ नज़र नहीं आता था। हमारे पुलिसकर्मी आज गरीबों, जरूरतमंदों को खाना, दवा पहुंचा रहे हैं। जिस तरह से हर मदद के लिए पुलिस सामने आ रही है इससे पुलिसिंग का मानवीय और संवेदनशील पक्ष हमारे सामने उभरकर आया है।

आज अक्षय तृतीया का पवित्र दिन है।आज के ​कठिन समय में यह एक ऐसा दिन है जो हमें याद दिलाता है कि हमारी आत्मा,भावना ‘अक्षय’ है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि ​चाहे कितनी भी ​कठिनाइयां रास्ता रोकें, कितनी भी आपदाओं,बीमारियों का सामना करना पड़े इनसे लड़ने की मानवीय भावनाएं अक्षय है।

दो गज़ दूरी बनाकर रखें। दो गज़ दूरी, है बहुत जरूरी।-पीएम

संकट की इस घड़ी में दुनिया,समृद्ध देशों के लिए भी दवाईयों का संकट बहुत ज्यादा रहा है।अगर भारत दुनिया को दवाईयां न भी दे तो कोई भारत को दोषी नहीं मानता।हर देश समझ रहा है कि भारत के लिए भी उसकी प्राथमिकता अपने नागरिकों को बचाना है।लेकिन भारत ने अपनी संस्कृति के अनुरूप फैसला लिया।

पीएम मोदी ने 24 मार्च को 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी, जिसे बढ़ाकर तीन मई तक कर दिया गया. पीएम मोदी ने एहतियातन यह फैसला लिया, जिससे देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में मदद मिले।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के के अनुसार भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 26,496 हो गई है(इसमें 19,868 सक्रिय मामले, 5,804 ठीक/डिस्चार्ज/ विस्थापित हो चुके मामले और 824 मौतें शामिल हैं)