नमामि गंगे:प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने महत्वाकांक्षी परियोजना ‘नमामि गंगे’के तहत उत्तराखंड में हरिद्वार,ऋषिकेश और बदरीनाथ में सीवरेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) का डिजिटल लोकार्पण किया।

नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महत्कांक्षी परियोजना ‘नमामि गंगे’ के तहत उत्तराखंड में हरिद्वार,ऋषिकेश और बदरीनाथ में सीवरेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) का डिजिटल लोकार्पण किया।इसके अलावा उन्होंने हरिद्वार के चंडीघाट में निर्मित ‘गंगा अवलोकन’ संग्रहालय का भी डिजिटल लोकार्पण किया।इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज माँ गंगा की निर्मलता सुनिश्चित करने वाली 6 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है।जिनमें एसटीपी और म्यूजियम जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।

कृषि कानूनों को लेकर बोले पीएम

प्रधानमंत्री ने कृषि कानूनों का विरोध करने वालों को भी आड़े हाथ लिया।उन्होंने कहा” जो लोग कृषि सुधार कानूनों का विरोध कर रहे हैं वे नहीं चाहते कि किसानों को खुले बाजार में अपनी उपज बेचने की स्वतंत्रता मिले।कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग किसानों के खिलाफ हैं, वे चाहते हैं कि बिचौलिये पनपें.”

किसानों में भ्रम फैला रहे हैं

विपक्षी दलों का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने कहा, ”एमएसपी लागू करने का काम स्वामीनाथन आयोग की इच्छा के अनुसार हमारी सरकार ने किया. वे एमएसपी पर ही किसानों में भ्रम फैला रहे हैं. देश में एमएसपी भी रहेगी और किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी भी रहेगी.” पीएम ने कहा कि ये आजादी कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि इनकी काली कमाई का एक और जरिया समाप्त हो गया है और इसलिए इन्हें परेशानी है.

किसानों को अनेक बंधनों से मुक्त किया

कृषि कानूनों पर केवल विरोध के लिए विरोध करने का विपक्ष पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इनके माध्यम से देश के किसानों को अनेक बंधनों से मुक्त किया गया है और अब देश का किसान कहीं पर भी किसी को भी अपनी उपज बेच सकता है.

बिचौलिए मुनाफा कमाते रहें

पीएम मोदी ने कहा, ”आज जब केंद्र सरकार किसानों को उनके अधिकार दे रही है तो भी वे विरोध पर उतर आए हैं. ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच सके. ये चाहते हैं कि किसानों की गाड़ियां जब्त होती रहें, उनसे वसूली होती रहे, उनसे कम कीमत पर अनाज खरीदकर बिचौलिए मुनाफा कमाते रहें.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्य बातें,आज उन्होंने कही

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ​वीडियो कांफ्रेंसिंग के ​जरिए नमामि गंगे योजना के तहत उत्तराखंड में 6 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन के लोगो का भी अनावरण किया।

उत्तराखंड में उद्गम से लेकर पश्चिम बंगाल में गंगा सागर तक गंगा, देश की करीब-करीब आधी आबादी के जीवन को समृद्ध करती हैं। इसलिए गंगा की निर्मलता आवश्यक है, गंगा जी की अविरलता आवश्यक है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

अगर गंगाजल की स्वच्छता को लेकर पुराने तौर-तरीके अपनाए जाते, तो आज भी हालत उतनी ही बुरी रहती।लेकिन हम नई सोच, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़े। हमने नमामि गंगे मिशन को सिर्फ गंगा जी की साफ-सफाई तक ही सीमित नहीं रखा,बल्कि इसे देश का सबसे बड़ा और विस्तृत नदी संरक्षण कार्यक्रम बनाया:PM मोदी

सरकार ने चारों दिशाओं में एक साथ काम आगे बढ़ाया-

पहला- गंगा जल में गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों का जाल बिछाना शुरू किया

दूसरा- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ऐसे बनाए, जो अगले 10-15 साल की भी जरूरतें पूरी कर सकें: PM मोदी

तीसरा- गंगा नदी के किनारे बसे सौ बड़े शहरों और पांच हजार गांवों को खुले में शौच से मुक्त करना

चौथा- जो गंगा जी की सहायक नदियां हैं, उनमें भी प्रदूषण रोकने के लिए पूरी ताकत लगाना: पीएम मोदी

आज नमामि गंगे परियोजना के तहत 30 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है या पूरा हो चुका है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

आज पैसा पानी में नहीं बहता, पानी पर लगाया जाता है। हमारे यहां तो हालत ये थी कि पानी जैसा महत्वपूर्ण विषय, अनेकों मंत्रालयों और विभागों में बंटा हुआ था। इन मंत्रालयों में, विभागों में न कोई तालमेल था और न ही समान लक्ष्य के लिए काम करने का कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश: पीएम मोदी

पानी से जुड़ी चुनौतियों के साथ अब ये मंत्रालय देश के हर घर तक जल पहुंचाने के मिशन में जुटा हुआ है।आज जलजीवन मिशन के तहत हर दिन करीब 1 लाख परिवारों को शुद्ध पेयजल की सुविधा से जोड़ा जा रहा है। सिर्फ 1 साल में ही देश के 2 करोड़ परिवारों तक पीने का पानी पहुंचाया जा चुका है:पीएम मोदी

नतीजा ये हुआ कि देश में सिंचाई हो या फिर पीने के पानी से जुड़ी समस्या, ये निरंतर विकराल होती गईं। आज़ादी के इतने वर्षों बाद भी 15 करोड़ से ज़्यादा घरों में पाइप से पीने का पानी नहीं पहुंचता था: पीएम मोदी

देश की किसानों, श्रमिकों और देश के स्वास्थ्य से जुड़े बड़े सुधार किए गए हैं।इन सुधारों से देश का श्रमिक सशक्त होगा, देश का नौजवान सशक्त होगा, देश की महिलाएं सशक्त होंगी, देश का किसान सशक्त होगा। लेकिन आज देश देख रहा है कि कैसे कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं:पीएम मोदी

आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं।ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाज़ार में अपनी उपज नहीं बेच पाए। जिन सामानों की, उपकरणों की किसान पूजा करता है, उन्हें आग लगाकर ये लोग अब किसानों को अपमानित कर रहे हैं: पीएम मोदी