Jharkhand:10 लाख का इनामी नक्सली जोनल कमांडर सुरेश सिंह मुंडा और दो लाख का इनामी एरिया कमांडर लोदरो लोहरा ने किया आत्मसमर्पण

राँची।भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर और 10 लाख का इनामी नक्सली सुरेश सिंह मुंडा और दो लाख रुपये का इनामी एरिया कमांडर लोदरो लोहरा उर्फ सुभाष ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।दोनों नक्सलियों ने झारखण्ड पुलिस और सीआरपीएफ़ के वरीय पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया सुरेश के साथ सरेंडर करने वाले दूसरे नक्सली लोदरो लोहरा पर 2 लाख रुपये का इनाम है।बताया गया कि पुलिस के लगातार अभियान, बढ़ती दबिश और आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर दोनों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।पुलिस के मुताबिक,आत्मसमर्पण करने वाले दोनों नक्सली भाकपा माओवादी के केंद्रीय कमेटी सदस्य मिसिर बेसरा उर्फ सागर जी का विश्वासपात्र रहा है।दोनों नक्सलियों के कोल्हान/पोड़ाहाट के सुदूर जंगलों के चप्पे-चप्पे की जानकारी है।इसी को देखते हुए फरवरी,2021 में पोड़ाहाट क्षेत्र में भाकपा माओवादी के सक्रिय जोनल कमांडर जीवन कंडुलना के पुलिस के समक्ष सरेंडर करने के बाद सुरेश मुंडा और लोदरो लोहरा को कोल्हान से पोड़ाहाट क्षेत्र में भेजा गया था।

दोनों नक्सली कोल्हान व पोड़ाहाट क्षेत्र में 25 साल से सक्रिय है

वहीं, सरेंडर किये दोनों नक्सली कोल्हान और पोड़ाहाट क्षेत्र में पिछले 25 साल से सक्रिय है. ये दोनों क्षेत्र नक्सलियों के दृष्टिकोण से सबसे महत्वपूर्ण और सुरक्षित क्षेत्र माने जाते हैं. इसी का फायदा नक्सली इस क्षेत्र में उठाते हैं। दोनों नक्सलियों को इन दोनों क्षेत्रों की पूरी जानकारी है।

नक्सली संगठनों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई का असर

बता दें कि राज्य को नक्सली मुक्त बनाने के उद्देश्य से झारखंड पुलिस,सीआरपीएफ़, कोबरा, झारखण्ड जगुआर समेत अन्य केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों द्वारा सभी नक्सली संगठनों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस दिशा में पुलिस को नक्सली संगठनों के खिलाफ निरंतर सफलता भी मिल रही है।साथ ही भटके नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए झारखण्ड पुलिस लगातार कार्य कर रही है।