#JHARKHAND:दुमका पुलिस ने विस्फोटक लदा ट्रक पकड़ा,अवैध पत्थर खदान संचालक समेत पाँच गिरफ्तार..

दुमका।दुमका पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर शनिवार रात दुमका जामताड़ा मुख्य मार्ग पर जामा थाना क्षेत्र के लकड़जोरिया के पास हाइवा में लदा 4 क्विंटल अमोनियम नाइट्रेट (यूरिया) और 4000 जिलेटिन बरामद किया है। पुलिस ने इस मामले में शिकारीपाड़ा में अवैध पत्थर खदान चलाने वाले संचालक प्रकाश कुमार राय सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हाईवा और आल्टो कार को भी जप्त कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा को गुप्त सूचना मिली थी कि विस्फोटक से भरा ट्रक जामताड़ा की तरफ से दुमका की ओर जा रहा है। उन्होंने जरमुण्डी एसडीपीओ अनिमेश नैथानी एवं टाउन इंस्पेक्टर दयानंद साह के नेतृत्व में दो अलग-अलग टीम का गठन कर एक को हरिपुर मार्ग और दूसरे को कैराबनी के पास चेकपोस्ट पर तैनात कर इस रास्ते से आ रहे वाहनों की सघन जांच शुरू करवायी। इसी दौरान एक हाइवा और एक आल्टो कैराबनी चेकपोस्ट पर पुलिस को चकमा देकर भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर लकड़जोरिया के पास हाइवा और ट्रक को रोका। हाइवा की तलाशी लेने पर उसमें से 4000 किलोग्राम (50 किग्रा का 80 बोरा) अमोनियम नाइट्रेट और 4000 पीस (10 बोरा) जिलेटिन बरामद किया। पुलिस ने हाइवा मालिक प्रकाश कुमार राय और उसके स्टाफ उमेश मंडल, जोगना मुर्मू, सुनील हेम्ब्रम, प्रदीप राजवंसी को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास विष्फोटक से संबंधित कोई कागजात नहीं है। विष्फोटक की यह खेप अवैध तरीके से जामा थाना क्षेत्र के रास्ते शिकारीपाड़ा ले जाया जा रहा है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार पत्थर खदान संचालक प्रकाश कुमार राय ही हाईवा और आल्टो कार का मालिक है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जब जांच आगे बढ़ेगी तो और भी बरामदी की संभावना है। इस मामले में विष्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत जामा थाना में कांड संख्या 100/20 दर्ज करते हुए पांचों गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।

देवघर जिला के सारठ के बेहरा गांव के रहनेवाले प्रकाश कुमार राय ने पुलिस को बताया कि विस्फोटक पदार्थ को खागा के पास से सिमरिया पहाड़ के नीचे मैगजीन से वह शिकारीपाड़ा स्थित अवैध पत्थर माइन्स में ले जा रहा था। इस विष्फोटक का इस्तेमाल उसे शिकारीपाड़ा में स्थित उसके अवैध पत्थर खदान में तो करना ही था, दूसरे माइंस में भी सप्लाई करना था। उसने 1 लाख 60 हजार रुपये अग्रिम भुगतान कर विस्फोटक खरीदी थी और बिक्री के बाद शेष राशि देने का करार किया था।