रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव,सीओ और मुखिया सहित आधा दर्जन लोग घायल…

जमशेदपुर।झारखण्ड के पूर्वी सिंहभूम जिले के कोवाली थाना क्षेत्र के अति संवेदनशील हल्दीपोखर में रामनवमी जुलूस के दौरान झंडा को आगे बढ़ने से रोकने के दौरान झंडे के आगे का हिस्सा टूट जाने से जमकर हंगामा हुआ।इसके बाद पत्थरबाजी किया गया।इस पथराव से हल्दीपोखर पूर्वी पंचायत के मुखिया,हल्दीपोखर पश्चिमी के पूर्व मुखिया और पोटका सीओ सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गये हैं।इस घटना के विरोध में शनिवार को हल्दीपोखर बंद का ऐलान किया है।

जानकारी के अनुसार,निर्धारित कार्यक्रम और रूट के तहत विजय बजरंग अखाड़ा हल्दीपोखर द्वारा शाम चार बजे बजरंगबली मंदिर से हजारों की भीड़ के बीच झंडा विसर्जन जुलूस निकाला गया। यह जुलूस मुख्य पथ,चावल बाजार, दुर्गा मंदिर, कीर्तन पाड़ा होते हुए तय रुट रंकिणी मंदिर, हल्दीपोखर पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के वार्डर तक करतब दिखाते हुए पहुंचा।निर्धारित स्थान पर झंडा खड़ा करने के दौरान झंडा को आगे बढ़ने से एक दूसरे पक्ष के लोगों द्वारा रोका गया। इस दौरान झंडे के अगले भाग को पकड़ने और पीछे से दबाव देने से 30 फीट लंबे रामनवमी झंडे को अगला तीन-चार फीट हिस्सा टूट गया। इसके टूटते ही लोगों का विरोध करते हुए हंगमा शुरू कर दिया।

लोग प्रशासन से झंडा टूटने का विरोध कर रहे थे। इसी बीच पश्चिमी भाग और रंकिनी मंदिर के पीछे से दूसरे पक्ष द्वारा पथराव शुरू कर दिया।इस पथराव से हल्दीपोखर पूर्वी पंचायत की मुखिया देवी कुमारी भूमिज के चेहरे एवं बाईं आंख में गंभीर चोट लगी।इसके बाद इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया।दोनों ओर से पथराव होने लगा। इस पथराव में सीओ इम्तियाज अहमद, पूर्व मुखिया सैय्यद जबीउल्लाह, सैट के हवलदार नंदलाल हाजरा एवं संदेश राम को चोट लगी।गंभीर रूप से घायल हल्दीपोखर पूर्वी पंचायत की मुखिया देवी कुमारी भूमिज को स्थानीय नर्सिंग होम में ईलाज के लिए भर्ती किया गया, जहां उनके चेहरे में तीन टांके लगे।

इस घटना के बाद रंकिणी मंदिर के सामने अखाड़ा के सामने हजारों लोग आक्रोशित होकर पथराव करने वाले दोषियों पर कार्रवाई की मांग डीएसपी चंद्रशेखर आजाद एवं सीओ इम्तियाद अहमद से करने लगे। घटना की सूचना पाकर ग्रामीण एसपी मुकेश कुमार लुणायत, जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजीव रंजन पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और भीड़ से वार्ता कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।ग्रामीण एसपी के लगातार समझाने का असर हुआ और यहां से झंडा को कमल तालाब की ओर ले गये।

इधर, लाईसेंसी रतन सोनकर, अध्यक्ष संतोष मंडल और सचिव कृष्णा गुप्ता ने कहा कि हल्दीपोखर रामनवमी झंडा जुलूस के दौरान झंडा को निर्धारित स्थान पर खड़ा करने के दौरान झंडा का अगला भाग टूटने और दूसरे समुदाय द्वारा पथराव की घटना निंदनीय है।प्रशासन 24 घंटे के अंदर दोषियों पर कार्रवाई करें। इसी को लेकर एक अप्रैल को हल्दीपोखर बाजार बंद रखने की घोषणा की।