गिरिडीह पुलिस ने आठ साइबर अपराधियों को फिर दबोचा,पहली दफा पुलिस को मिला कोरा सिमकार्ड,कई बनते शिकार..

गिरिडीह।झारखण्ड के गिरिडीह जिला की पुलिस ने इस बार एक ही दिन में आठ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वे धनबाद और गिरिडीह जिले के हैं।बड़ी बात है कि इस बार गिरिडीह पुलिस को कोरा सिमकार्ड मिला है।गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा का कहना है कि यह कोरा सिमकार्ड काफी खतरनाक है और इस सिमकार्ड का उपयोग करते हुए साइबर अपराधी सैकड़ों लोगों को अपना निशाना बना सकते थे। बताया कि बरामद सिमकार्ड को दूसरे प्रदेश से खरीदा गया था।

एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि प्रतिबिम्ब पोर्टल के माध्यम से जिले के विभिन्न थाना इलाके में साइबर अपराधियों के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर डीएसपी संदीप सुमन के नेतृत्व में एक टीम गठित हुई।टीम ने कुल आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया।जिनकी गिरफ्तारी हुई उनके पास से 20 मोबाइल, साइबर ठगी के पैसे से खरीदे गए लैपटॉप के अलावा 25 सिमकार्ड 4 एटीएम, पैन कार्ड, आधार कार्ड मिला है।

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में बिरनी के खेदवारा निवासी दीपक कुमार (पिता- बिनोद कुमार), पडरमनिया निवासी प्रेम कुमार मंडल (पिता- शंकर मंडल), अहिल्यापुर के जोरासिमर निवासी दिनेश कुमार मंडल (पिता- राजू मंडल), गावां थाना इलाके के उपरैली कहुवाई निवासी मंटू कुमार साव (सहदेव साव), मुफ्फसिल थाना इलाके के बुढ़ियाटांड निवासी रुपेश कुमार वर्मा (पिता- सुखदेव महतो), धनबाद जिले के टुंडी थाना अंतर्गत कटचीरा मधुरशा निवासी राहुल कुमार मंडल (पिता- दीनानाथ मंडल) एवं पवन मंडल (पिता- स्व मुन्ना मंडल) शामिल हैं। बताया कि ये लोग मातृत्व लाभ, बैंक अधिकारी बनकर ठगी करना, आमलोगों को अश्लील वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करने का काम करते थे।

बताया गया कि गिरफ्तार आरोपियों के से मंटू कुमार साव सिमकार्ड प्रोवाइडर है।यह पश्चिम बंगाल से बगैर कागजात के ही कोरा सिमकार्ड मंगा लेता था। फिर इस कार्ड को वह साइबर अपराधियों को उपलब्ध कराता था।पुलिसिया पूछताछ में मंटू ने बताया है कि वह 850 रुपये में सिमकार्ड खरीदता था।आरोपी मंटू के पास से पाँच फर्जी सिम भी बरामद हुई है।

एसपी के निर्देश पर बनी छापेमारी टीम में डीएसपी के अलावे पुनि सह साइबर थाना प्रभारी अजय कुमार, पुअनि रौशन कुमार, सरोज मंडल, सुबल डे, गौरव कुमार, सहायक अवर निरीक्षक संजय मुखियार, आरक्षी गजेंद्र कुमार, साकेत वर्मा, सौरभ सुमन, जितेंद्र नाथ महतो, हवलदार सुरेश यादव, आशुतोष कुमार रंजन शामिल थे।