राँची:दुकान बंद कर घर जा रहे जेवर व्यवसायी से अपराधियों ने नगद सहित लाखों के जेवर लूट लिया,पुलिस छानबीन में जुटी है

राँची। झारखण्ड की राजधानी राँची के रातू रोड देवी मंडप रोड बेखौफ अपराधियों ने जेवर व्यवसाई से नकद सहित पांच लाख के गहने लूट लिया। लूटपाट के लिए जेवर व्यवसायी उदय कुमार बर्मन और साथ मौजूद 12 साल के बेटे आदर्श पर फायरिंग कर दी। इससे वे बाल-बाल बच गए। अपराधियों ने उनके पास मौजूद नकद सहित पांच लाख के गहने लूट लिया उनके पास रखा 1.20 लाख नकद व करीब साढ़े तीन लाख के गहने लूट लिया।इस सम्बंध में व्यवसायी के भाई धीरज कुमार बर्मन ने बताया कि पिस्कामोड़ लाह फैक्ट्री स्थित आदर्श ज्वेलर्स के मालिक उदय कुमार बर्मन अपनी स्कूटी से घर लौट रहे थे। उसी दौरान उन्हें ओवरटेक कर बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने रोक लिया और धक्का देकर गिरा दिया, उसके बाद फायरिंग की। इससे वे जमीन पर गिर गए। इसके बाद नकद सहित गहनों से भरा बैग लूट लिया। इसके बाद देवी मंडप रोड की ओर भाग निकले। घटना की सूचना पंडरा और सुखदेवनगर थाने की पुलिस को दी गयी। पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की। आसपास लगी सीसीटीवी फुटेज खंगाला। हालांकि अपराधियों की पहचान नहीं हो सकी है। इस मामले में सिटी एसपी एसआईटी का गठन किया है।

बताया जाता है कि अपराधियों ने रेकी के बाद घटना को अंजाम दिया है। इस घटना को मंगलवार की रात आठ बजे चौधरी नर्सिंग होम के सामने उस समय अंजाम दिया, जब संचालक अपने बेटे आदर्श के साथ दुकान बंद कर हर दिन की तरह घर लौट रहे थे। लूट के दौरान अपराधियों ने फायरिंग भी की। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। मामले में जेवर व्यवसायी उदय कुमार के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ पंडरा ओपी में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

वहीं आशंका जताई जा रही कि अपराधियों को यह जानकारी थी कि जेवर व्यवसायी प्रतिष्ठान बंद करने के बाद अपने साथ जेवरात व नगदी लेकर घर जाते हैं। पुलिस को आशंका है कि इसी वजह से अपराधियों ने घर जाने के वक्त घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस अपराधियों का सुराग जुटा रही है।

घटना के बाद देर रात व्यवसाई को सिटी एसपी के पास ले जाया गया। सिटी एसपी अंशुमान कुमार ने व्यवसाई से पूरी घटना की जानकारी ली। इसके अलावा सिटी कंट्रोल की सीसीटीवी फुटेज के जरिए अपराधियों की पहचान की कोशिश भी की। हालांकि फिलहाल अपराधियों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस तकनीकी सेल की मदद से अपराधियों को जोड़ने का प्रयास कर रही है।