कैश कांड मामला:अमित अग्रवाल से सीबीआई की पूछताछ पूरी,फिर भेजे गए बिरसा मुंडा जेल…

राँची।पांच दिनों की रिमांड खत्म होने के बाद कारोबारी अमित अग्रवाल को सीबीआइ की अदालत में सोमवार को पेश किया गया। सीबीआई दिल्ली की टीम ने पांच दिन के रिमांड पर लेकर राँची स्थित सीबीआई कैंप में कारोबारी से पूछताछ की थी। बता दें कि उन्हें झारखण्ड हाइकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार के 50 लाख कैश कांड मामले में पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया था।पेशी के दौरान बताया गया कि सीबीआई कि पूछताछ पूरी हो गई।इसलिए वकील की तरफ से अतिरिक्त रिमांड नहीं मांगी गई।जिसके बाद कारोबारी अमित अग्रवाल फिर जेल भेज दिए गए हैं।इस मामले में दिल्ली सीबीआइ की टीम ने अमित अग्रवाल सहित पश्चिम बंगाल के कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।सीबीआई दिल्ली ने राजीव कुमार कैश कांड में अमित अग्रवाल से पूछताछ की आवश्यकता महसूस की।इसके बाद सीबीआइ की विशेष अदालत रिमांड पर लेने का आवेदन दिया।अदालत ने सीबीआइ को व्यवसायी अमित अग्रवाल को पांच दिनों के रिमांड पर लेने की इजाजत दी।

सीबीआई दिल्ली की टीम 7 दिसंबर की दोपहर 1:30 बजे राँची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा पहुंची थी और जमीन घोटाला मामले में पहले से जेल में बंद अमित अग्रवाल को अपने साथ ले गयी।गौरतलब है कि हाइकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता में 50 लाख रुपये नकद के साथ गिरफ्तार किया गया था।इसमें अमित अग्रवाल की संलिप्तता बताई गई थी।आरोप है कि एक साजिश के तहत अमित अग्रवाल ने राजीव कुमार को राँची से कोलकाता बुलाया और उन्हें गिरफ्तार करवा दिया था।

जमीन घोटाला मामले में जेल में बंद हैं अमित अग्रवाल

मालूम हो कि वर्तमान में अमित अग्रवाल जमीन घोटाला मामले में ईडी के आरोपी हैं और होटवार जेल में ही बंद हैं।जमीन घोटाला मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।इसी मामले में पूछताछ के लिए ईडी बार-बार सीएम हेमंत सोरेन को समन भेज रही ही है।सीएम को ईडी ने छठा समन भेजा है। पिछले 5 समन पर वे ईडी ऑफिस में हाजिर नहीं हुए हैं। अब छठा समन जारी कर उन्हें 12 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

जमीन से जुड़े मामले में इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी

–कारोबारी विष्णु अग्रवाल

–राँची के तत्कालीन डीसी छवि रंजन

–जगत बंधु टी स्टेट के निदेशक दिलीप घोष

–राजेश ऑटो के निदेशक अमित अग्रवाल

–राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद

–जमीन के फर्जी मालिक का पोता राजेश राय

–पावर ऑफ अर्टानी होल्डर भरत प्रसाद

–सेना के कब्जेवाली जमीन का फर्जी मालिक प्रदीप बागची

–जालसाजी कर जमीन बेचनेवाले गिरोह का सरगना अफसर अली

–जालसाज गिरोह का सदस्य इम्तियाज अहमद, सद्दाम हुसैन, तलहा खान और फैयाज खान।