Ranchi:फर्जी डीजीपी बन उन्हीं के कार्यालय में पदस्थापित इंस्पेक्टर को भेजा मैसेज,किया फर्जीवाड़ा का प्रयास,धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज

–पुलिस मुख्यालय स्थित महानिदेशक नियंत्रण कक्ष में तैनात इंस्पेक्टर श्री निवास के सरकारी मोबाइल नंबर पर वर्चुअल नंबर से 24 नवंबर की दोपहर आया था मैसेज

राँची।साइबर अपराधियों ने फर्जी डीजीपी नीरज सिन्हा बन सोशल मीडिया पर उन्हीं के कार्यालय में पदस्थापित इंस्पेक्टर के मोबाइल मैसेज भेज फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की। इस संबंध में 24 नवंबर को धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई है। प्राथमिकी पुलिस मुख्यालय स्थित महानिदेशक नियंत्रण कक्ष में तैनात इंस्पेक्टर श्री निवास ने दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 24 नवंबर को दिन के 12.48 में इंस्पेक्टर श्री निवास के सरकारी मोबाइल नंबर पर मैसेज आया। मैसेज अंग्रेजी में लिखा था। जिसमें लिखा था कि गुड मॉर्निंग डियर। आर यू फ्री एट द मोमेंट। आई अर्जेंटली नीड यू टू रन ए क्विक टास्क फॉर मी। नाउ एज आई एम करेंटली बिजी इन मीटिंग एंड कांट टेक कॉल्स नॉउ। नीरज सिन्हा। काइंडली रिवर्ट बैक इंमीडिएटली थैंक्स। इसके बाद इंस्पेक्टर श्री निवास ने उक्त नंबर के बारे में पता किया जिस नंबर से उन्हें सरकारी मोबाइल नंबर पर यह मैसेज किया था। जानकारी मिली कि उक्त नंबर उनका नहीं है। इसके बाद इंस्पेक्टर श्री निवास ने उक्त नंबर के विरुद्ध धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।

वर्चुवल नंबर से आया था मैसेज, लगा था झारखण्ड पुलिस की डीपी

इंस्पेक्टर श्री निवास को 24 नवंबर को दिन के 12.48 बजे मोबाइल नंबर 1(646)4813802 से मैसेज आया था। उक्त नंबर वर्चुअल नंबर है। जिसे अपराधी वर्तमान में धमकी देने व रंगदारी वसूलने के लिए किसी पेड एप से बनाते है। अब साइबर अपराधी डीजीपी के नाम से ऐसे वर्चुअल नंबर बना पुलिस वालों को ही ठगने का प्रयास कर रहे है। दर्ज प्राथमिकी में यह भी बताया गया है कि जिस नंबर से उनके मोबाइल पर मैसेज आया, मैसेज भेजने वाले के नंबर के डीपी में झारखंड पुलिस की तस्वीर लगी थी। ताकि कोई भी एक नजर में झांसे में आ जाए। धुर्वा थाना में इस मामले में आईपीसी की धारा 420, आईटी एक्ट 66सी, 66डी व 84 सी के तहत मामला दर्ज कर पुलिस कार्रवाई कर रही है। थाना प्रभारी प्रवीण कुमार खुद इस मामले के अनुसंधान पदाधिकारी है।