Jharkhand:हथियार सफ्लाई करने वाले बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल समेत पांच गिरफ्तार,9000 हजार राउंड से ज्यादा गोली और 14 पिस्टल सहित अन्य समान बरामद

राँची।झारखण्ड एटीएस की टीम फिर एक बार बड़ी कारवाई करते हुए नक्सलियों व अपराधियों को हथियार और गोली की सप्लाई करने वाले गिरोह के पाँच लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में बीएसएफ के हेड कांस्टेबल कार्तिक बेहरा, बीएसएफ का रिटायर हवलदार अरुण कुमार सिंह,कुमार गुरलाल, शिवलाल धवल और हिरला गुमान शामिल है. इन अपराधियों के पास से पुलिस ने 14 पिस्टल,21 मैगजीन, 9,213 राउंड गोली, खाली खोखा, डेटोनेटर, बाइक और मोबाइल बरामद किया गया है। इन सभी अपराधियों की गिरफ्तारी महाराष्ट्र और पंजाब से हुई है।

बिहार झारखण्ड समेत कई राज्यों में एटीएस ने की छापेमारी

झारखण्ड में सक्रिय उग्रवादी और संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश डीजीपी के द्वारा दिया गया है. उग्रवादी और अपराधिक संगठनों को हथियार और गोली उपलब्ध कराने वाले सप्लाई नेटवर्क का खुलासा करने और इस कार्य में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी का निर्देश एटीएस को दिया गया है। जिसके बाद एटीएस के द्वारा इस नेटवर्क के खिलाफ सघन अभियान चलाया जा रहा है. हाल के दिनों में एटीएस ने झारखण्ड राज्य के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश पंजाब, महाराष्ट्र राज्य में सघन छापेमारी की जिस दौरान इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

इससे पहले सीआरपीएफ जवान समेत चार को एटीएस ने किया था गिरफ्तार:

झारखण्ड में नक्सलियों व अपराधियों को हथियार और गोली की सप्लाई करने वाले सीआरपीएफ जवान सहित तीन लोगों को एटीएस ने मंगलवार (16 नवंबर) को गिरफ्तार किया था।गिरफ्तार लोगों में सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा (29), ऋषि कुमार (49) और पंकज कुमार सिंह (48) शामिल थे. इनकी निशानदेही पर 5.56 एमएम की 450 राउंड गोली जब्त की गयी थी. इसके बाद एटीएस ने 18 नवंबर को धनबाद में कारवाई करते हुए पश्चिम बंगाल के चिरकुंडा के रहने वाले कामेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था. उसके पास से दो पिस्टल, 14 कारतूस और तीन मैगजीन भी बरामद किया गया था. गिरफ्तार हुए इन सभी आरोपियों के दिए सूचना के आधार पर एटीएस ने कार्रवाई करते हुए चार अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया है.

नक्सलियों को दिया एके-47 और इनसास राइफल:

अविनाश उर्फ चुन्नू सीआरपीएफ 182 में आरक्षी के रूप में पुलवामा में पदस्थापित था. वह छुट्टी पर घर आने के बाद चार माह से कार्य से अनुपस्थित था. वह वर्ष 2011 में मोकामा ग्रुप सेंटर में सीआरपीएफ में बहाल हुआ था. पूर्व में वह 112 बटालियन सीआरपीएफ लातेहार और 204 बटालियन कोबरा जगदलपुर में पदस्थापित रहा था. पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि आरोपियों द्वारा नक्सलियों को भारी संख्या में एके- 47 और इनसास राइफल उपलब्ध कराये गये हैं. इसके अलावा विभिन्न आपराधिक गिरोह, जिसमें अमन साहू गिरोह भी शामिल है, को भी हथियार और गोली उपलब्ध करायी गयी है. सीआरपीएफ जवान अविनाश अमन साहू के अलावा शेरघाटी जेल में बंद अपराधी हरेंद्र यादव और गया जेल में बंद लल्लू खान के संपर्क में था।