गृह मंत्रलाय के रिपोर्ट अनुसार,देश के 25 अति नक्सल प्रभावित जिले में झारखण्ड के 8 जिले शामिल हैं

राँची। देश के 25 अति नक्सल प्रभावित जिले में आठ झारखण्ड के जिले शामिल है।केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्र की एसआरआई स्किम के तहत नक्सल प्रभाव वाले जिलों की समीक्षा की है. समीक्षा के दौरान गृह मंत्रालय ने पाया है कि पूर्व में देश भर के 90 जिले नक्सलप्रभावित थे. अब इन जिलों की संख्या घटकर 70 रह गयी है।केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 70 में से 25 जिलों को अति माओवादी प्रभाव वाला माना है।केंद्रीय गृह मंत्रालय ने माओवादी गतिविधियों के हिसाब से गढ़वा जिला को डिस्ट्रिक्ट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है।गढ़वा जिले के बूढ़ा पहाड़ में हाल के दिनों में माओवादी गतिविधि बढ़ी है।

देश के 25 अति नक्सल प्रभावित जिले में आठ झारखण्ड के जिले

देश के 25 अति नक्सल प्रभावित जिले में आठ झारखण्ड के जिले शामिल है। झारखण्ड में नक्सल प्रभावित 16 जिलों में राँची, बोकारो, चतरा, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गिरिडीह, गुमला, हजारीबाग, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, सरायकेला- खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं। वहीं 8 अति नक्सल प्रभावित जिले में चतरा, गिरिडीह, गुमला, खूंटी, लोहरदगा, लातेहार, सरायकेला- खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं।

देश में भी घटी नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या:

2018 की रिपोर्ट के अनुसार 11 राज्यों के 90 जिले नक्सल प्रभावित थे. वर्तमान में दस राज्यों के 70 जिले प्रभावित हैं. देश के 25 जिलों को अति प्रभावित जिलों में घोषित किया गया है, जबकि छह राज्यों के आठ जिलों के डिस्ट्रिक्ट ऑफ कन्सर्न में रखा गया है. बिहार, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिसा और तेलंगाना वर्तमान में प्रभावित जिले हैं।