Jharkhand:जेल में बन्द कांग्रेस पार्टी के नेता पूर्व मंत्री योगेंद साव के साथ दिल्ली गए 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड,पूर्व मंत्री इलाज के नाम पर दिल्ली गए लेकिन इलाज ना कराकर दूसरे राज्य में घूम रहा था,मौज मस्ती कर रहे थे।

राँची।बड़कागांव के पूर्व कांग्रेसी विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव इलाज के नाम पर राँची के बिरसा केंद्रीय कारा से करीब एक माह पहले दिल्ली के एम्स गये हुए थे।लेकिन वह पंजाब, हरियाणा,जम्मू कश्मीर और दूसरे प्रदेश में घूम रहे रहे थे।इस बात की शिकायत मिलने के बाद वरीय पुलिस अफसर ने मामले की जांच करायी जांच में आरोप सही पाया गया।

इधर योगेन्द्र साव की सुरक्षा में तैनात राँची जिला बल के एक हवलदार सहित छह पुलिस कर्मियों का लोकेशन दिल्ली के विभिन्न जगहों के अलावा पंजाब, हरियाणा व अन्य स्थानों का मिला।इस बात को गंभीर मानते हुए राँची एसएसपी सुरेंद्र झा ने साव की सुरक्षा में तैनात सभी छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

बता दें कि रंगदारी के मामले में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव राँची के बिरसा मुंडा कारा (होटवार जेल) में बंद थे। श्री साव पूर्व में हजारीबाग के बड़कागांव विधानसभा से कांग्रेस के विधायक थे। इनकी पत्नी निर्मला देवी भी यहां से विधायक रही हैं. वर्तमान में इनकी बेटी अंबा प्रसाद यहां की विधायक हैं। श्री साव के खिलाफ कई मामले कोर्ट में लंबित हैं।

महीने भर वीआईपी लॉज में रहकर लौटे

बताया जा रहा है कि राज्य के पूर्व कृषि मंत्री और कांग्रेस नेता याेगेंद्र साव आंख का इलाज कराने के बहाने एक महीने तक दिल्ली में सुरक्षा में लगाए गए एक दरोगा और पांच सिपाहियाें के साथ माैज मस्ती करने के बाद एक अक्टूबर काे बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा,हाेटवार लाैट आए। आंखाें का इलाज एम्स में कराने के बहाने वे दिल्ली ताे गए जरूर, लेकिन बिना इलाज कराए ही लाैट आए।

इलाज के नाम पर मौज मस्ती

इलाज के नाम पर दिल्ली में वे एम्स में भर्ती हाेने के बजाए एक वीआईपी लॉज में कमरा लेकर मस्ती करते हुए एक महीने का समय बिता दिया। न याेगेंद्र ने जेल मैनुअल का ख्याल रखा और न सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियाें ने ही। सभी जेल मैनुअल की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए दिल्ली में घूमते-फिरते रहे, अपने परिचिताें और नेताओं से भी मिलते-जुलते रहे।मिली जानकारी अनुसार दिल्ली से बाहर कई जगहों पर गए।

दिल्ली से लौटने पर एसएसपी ने कराई जांच

पूर्व मंत्री के दिल्ली से लाैटने के बाद मामले की जानकारी एसएसपी सुरेंद्र झा काे मिली,ताे उन्हाेंने मामले की जांच करा कर मंत्री की सुरक्षा में तैनात दाराेगा और पांच पुलिसकर्मियाें काे तत्काल निलंबित कर दिया। जेल में बंद पूर्व मंत्री योगेंद्र साव इलाज कराने की बात कह कर 30 अगस्त को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार से एम्स, दिल्ली के लिए गए। लेकिन जेल से निकलते ही पूर्व मंत्री भूल गए कि वे कैदी हैं। सुरक्षा में तैनात एक दारोगा और 5 सिपाहियों ने भी पूर्व मंत्री की खूब खातिरदारी की और उन्हें पूरी छूट दे डाली। मंत्री के साथ पुलिसकर्मी भी जेल मैनुअल की धज्जियां उड़ाते रहे।

पूर्व मंत्री के पैसों पर मस्ती करते रहे पुलिसवाले

दरअसल, पूर्व मंत्री के पैसाें पर ही पुलिसकर्मी भी दिल्ली में माैज-मस्ती ही करते रहे, इसलिए उन्हें राेकना-टाेकना भी मुनासिब नहीं समझा। बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद पूर्व मंत्री योगेंद्र साव पिछले छह महीने से अपनी आंखाें का इलाज कराने की बात कहते हुए लगातार एम्स,दिल्ली जाने का प्रयास कर रहे थे। आखिरकार कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद पूर्व मंत्री को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली जाने की सशर्त अनुमति मिली। उन्हें हिदायत दी गई थी कि हर हाल में जेल मैनुअल का पालन करेंगे। जेल मैनुअल के प्रावधान के तहत ही एक दारोगा और पांच सिपाहियों की निगरानी में उन्हें दिल्ली भेजा गया था।