पति की मौत का गम न कर सकीं बर्दाश्त तो,पत्नी ने भी तोड़ दिया दम

घाटशिला।साथ जीने और साथ मरने की कसमें तो बहुत से लोग खाते हैं, लेकिन हकीकत में ऐसा कम ही होता है, जब दो लोग साथ-साथ रहें और जब मौत आए तो दोनों को साथ लेकर जाए।ऐसा ही एक मामला झारखण्ड के पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया से सामने आया है, जहां पति की मौत के दो दिनों बाद ही पत्नी ने भी दम तोड़ दिया।यह खबर लोगों को हैरान कर रही है।अचरज करने वाली इस घटना के बाद लोग चाकुलिया के इस दंपती की मौत को सच्चे प्रेम की नजीर बता रहे हैं।सच्चे प्यार की नजीर बने इस दंपती का नाम राम प्रसाद लोधा और विमला देवी लोधा है। 84 वर्षीय राम प्रसाद लोधा एक उद्योगपति थे,उनकी मौत के दो दिन बाद ही 79 वर्षीय पत्नी विमला देवी लोधा की भी मौत हो गई।

बताया जाता है कि विमला देवी पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं। इस बीच 14 दिसंबर की रात राम प्रसाद लोधा की मौत हो गई।पति की मौत का गम विमला देवी बर्दाश्त नहीं कर सकी और दो दिनों के भीतर ही उसने भी दम तोड़ दिया। उनके बेटे राजेंद्र लोधा ने बताया कि अक्सर उनके माता-पिता साथ-साथ चले जाने की बात करते थे। घटना की सूचना पाकर काफी संख्या में लोग उनके घर पहुंचे और शोक संवेदना प्रकट की।रविवार की दोपहर चाकुलिया स्थित गंधरूपी श्मशान घाट में 79 वर्षीय विमला देवी लोधा का अंतिम संस्कार किया गया।अपने पीछे वे तीन बेटे और दो बेटी का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।राम प्रसाद लोधा को चाकुलिया में गायत्री परिवार के संस्थापक के रूप में जाना जाता है।

झारखण्ड में हाल ही में ऐसा ही मामला कोडरमा जिले से आया था,जहां एक महिला को जैसे ही उसके पति की मौत की खबर मिली, उसने भी दम तोड़ दिया। महिला का नाम जीतनी देवी था, जिसकी उम्र करीब 67 साल रही होगी।वहीं पति का नाम मोहन पंडित था, जिसकी उम्र करीब 70 साल रही होगी। परिजनों ने बताया कि पति मोहन पंडित की मौत की खबर सुनते ही पत्नी जीतनी देवी की भी सांसे उखड़ गई।गांव से एक साथ दो अर्थी उठने पर मातम पसरा गया। परिजनों समेत सभी ने नम आंखों से दोनों को अंतिम विदाई दी।