लातेहार:थाना प्रभारी के खिलाफ ग्रामीणों किया थाना का घेराव,ग्रामीण का थाना में बेरहमी से पिटाई का मामला है

लातेहार।झारखण्ड के लातेहार जिले के गारू थाना प्रभारी रंजीत कुमार यादव द्वारा नक्सलियों का मददगार बताकर छिपादोहर थाना क्षेत्र के कुकू गांव निवासी अनिल कुमार सिंह की बेहरमी से पिटाई मामले को लेकर विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को भारी संख्या में ग्रामीणों ने गारू थाना का घेराव किया। इस दौरान ग्रामीणों ने थाना प्रभारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीण पारंपरिक लाठी और डंडे लेकर थाना पहुंचे थे।पुलिस ने ग्रामीणों को थाना गेट पर ही रोक दिया और शांतिपूर्वक वार्ता करने की बात कही। मौके पर पुलिस इंस्पेक्टर सीएस चौधरी और बरवाडीह थाना प्रभारी श्रीनिवास सिंह मुख्य रूप से उपस्थित थे।

वहीं ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि गारू थाना प्रभारी ने मानवीय मूल्यों को ताख पर रख कर निर्दोष अनिल कुमार सिंह की बेरहमी से पिटायी की है।इस पिटाई से अनिल सिंह के शरीर के पिछले हिस्सों में काफी चोटें आयी है. ग्रामीण अनिल कुमार सिंह को रात में घर से पकड़े जाने का विरोध कर रहे थे।

ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस रात में घरों में घुस जाती है।घर में पुरुषों के नहीं मिलने पर महिलाओं एवं युवतियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। ऐसी घटनाओं से पुलिस के खिलाफ गांवों में दहशत है।

इधर, विरोध प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने अनिल का समुचित इलाज कराने एवं परिवार व बच्चों का भरण पोषण की मांग की है. ग्रामीणों ने दो दिनों के अंदर दोषी पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग की है. इस पर इंस्पेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि एसपी ने इस घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।जांच के बाद 10 दिनों के अंदर दोषी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी. मौके पर प्रखंड प्रमुख भविता देवी, मुखिया मंजू देवी, 20 सूत्री अध्यक्ष कमरूदीन अंसारी, कन्हाई सिंह, भाजपा महिला जिला अध्यक्ष शीला देवी, दूधेश्वर सिंह, लक्ष्मण मौवार व रामचंद्र सिंह समेत काफी संख्या में महिला व पुरुष उपस्थित थे।

इधर पीड़ित ग्रामीण अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार की रात तकरीबन एक बजे गारू थाना प्रभारी उसके घर आये और दरवाजा खुलवा कर उसे थाना चलने को कहा।थाना पहुंचने के बाद थाना प्रभारी श्री यादव ने उसे नक्सलियों का मददगार बताया। उसने कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं करता है, तो थाना प्रभारी आग बबूला होकर लाठी से पीटने लगे. उसने बताया कि लगभग तीन से चार सौ लाठी मारी गयी है. शरीर के पिछले हिस्से पर चोट के निशान हैं।