हाईटेंशन बिजली टॉवर पर चढ़ा युवक,टॉवर पर चढ़कर बचाने की गुहार लगाने लगा,एनडीआरएफ की टीम ने कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद नीचे उतारा…

देवघर।झारखण्ड के देवघर जिले के पालोजोरी अंचल एवं दुमका जिले के मसलिया प्रखंड के सीमावर्ती क्षेत्र बास्कीडीह व आमगाछी मैदान में हाईटेंशन बिजली टावर पर एक युवक गुरुवार की रात को चढ़ गया। ऊपर चढ़ने के बाद वह बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगा।उसका शोर सुनकर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इस हाईटेंशन टावर से 400 केवीए हाईटेंशन बिजली तार मैथन पवार ग्रिड से कहलगांव तक गया है। 23 वर्षीय युवक अमित महतो देवघर जिला के कुंजोड़ा पंचायत के सिमला गांव का रहने वाला है।वह घर से देर रात को निकला था।करीब सौ फीट की ऊंचाई पर चढ़ने के बाद डर के मारे चिल्लाने लगा।उसकी आवाज सुनकर गांव वाले पहुंचे और प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम को बुलाया। करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद देवघर एनडीआरएफ व बिजली संचार विभाग के कर्मियों ने युवक को सुरक्षित उतारा। नीचे आने के बाद युवक कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं था।वह बदहवास लग रहा था।इसलिए मेडिकल की टीम उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई.।दूसरी तरफ, उसको सुरक्षित उतारे जाने के बाद प्रशासन के अधिकारियों, ग्रामीणों और उसके परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली।

इधर युवक के टावर पर चढ़ने की सूचना मिलने के बाद सुबह ही मैथन पावर ग्रिड के जेइ व कर्मी पहुंचे। युवक को सुरक्षित बांध कर रख दिया। एनडीआरएफ टीम ने उसे सुरक्षित उतारा। सारठ के विधायक रणधीर सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों, पावर ग्रिड के पदाधिकारियों, जेइ व कर्मियों के प्रति आभार जताया है। युवक की माँ गांधारी देवी न तो बेटे के टावर पर चढ़ने का सटीक कारण बता पाई और न ही युवक कुछ कहने की स्थिति में था।ऐसे में कई तरह की बातें सामने आ रहीं हैं।कुछ ग्रामीणों का कहना है कि रात में जब वह बचाओ-बचाओ चिल्ला रहा था। तब कुछ स्थानीय लोग वहां पहुंचेमयुवक से ऊपर चढ़ने का कारण पूछा, तो उसने बताया कि दो महिलाओं ने उसे ऊपर चढ़ाकर छोड़ दिया है।यह पूछने पर वो दोनों महिलाएं कौन थीं, युवक ने किसी का नाम नहीं बताया. इसके पहले क्या हुआ और उसको ऊपर चढ़ाने के बाद महिलाओं ने क्या किया, इसके बारे में वह कुछ नहीं बता पाया।कुछ लोगों का कहना है कि माँ और बड़ा बेटा अमित घर में रहते हैं। पिता और छोटा भाई काम करने के लिए गुजरात गया हुआ है। माँ अलग कमरे में सोती थी।बेटा अपने कमरे में सोया था। रात के एक बजे शौच के बहाने निकला था।बाद में लोगों ने उसकी माँ को सूचना दी कि बेटा बिजली के टावर पर चढ़ा हुआ है।

इधर कयास यह भी लगाया जा रहा है कि युवक आत्महत्या करने के इरादे से ही बिजली के टावर पर चढ़ा था। लेकिन,ऊपर चढ़ने के बाद वह डर गया और मदद के लिए चिल्लाने लगा।

तीन घंटे बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीम

वहीं सूचना मिलने के बाद करीब तीन घंटे बाद देवघर से एनडीआरएफ की टीम आई। एसआई रंजीत कुमार के नेतृत्व में सेफ्टी बेल्ट की मदद से अमित को सुरक्षित उतार लिया गया। घटनास्थल पर एंबुलेंस, अग्निशमन गाड़ी भी बुला ली गई थी।युवक को नीचे उतारने के बाद एंबुलेंस में सीएचसी पालोजोरी ले जाया गया।मौके पर बीडीओ मो अजफर हसनैन, पालोजोरी प्रभारी सीओ सह बीडीओ अमीर हमजा, पुलिस निरीक्षक नागेंद्र कुमार मंडल, पुअनि गौतम कुमार राय, कुंजोड़ा मुखिया बंटी आनंद सिंह, बास्कीडीह पंचायत की मुखिया वीणा किस्कू, रंजीत मंडल, निमाई मंडल समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।