बहुचर्चित ओरमांझी हत्याकांड:मृतका सूफिया को यह कहकर बेलाल ले गया था कि वहां वह अपनी पहली पत्नी की हत्या कर देगा,लेकिन मोहब्‍बत की इस खौफनाक साजिश में उसे ही मौत के घाट उतार दिया गया ..

राँची।झारखण्ड के बहुचर्चित और वीभत्‍स सिर कटी युवती हत्‍याकांड का पूरी तरह पर्दाफाश हो गया है। हत्‍यारे शेख बेलाल की गिरफ्तारी के बाद सारे राज खुल गए हैं। इस नृशंस-निर्मम हत्‍याकांड में चौंकाने वाला सच सामने आया है। जिसे जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। जहां जंगल में युवती की हत्‍या की गई वहां मृतका सूफिया को यह कहकर बेलाल ले गया था कि वहां वह अपनी पहली पत्नी की हत्या कर देगा। लेकिन मोहब्‍बत की इस खौफनाक साजिश में उसे ही मौत के घाट उतार दिया गया। बहरहाल, युवती की हत्या कर सिर व धड़ अलग करने वाला शेख बेलाल आखिर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे धर दबोचा।आरोपी बेलाल ने बताया है कि पहली पत्नी को तलाक देने के दबाव के चलते सूफिया को जघन्य तरीके से मार डाला।

राँची के ओरमांझी में सूफिया की हत्या कर सिर और धड़ अलग करने वाले शेख बेलाल को पुलिस ने घटना के 11 दिनों के बाद गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे सिकिदरी के कुटे गांव से तब दबोचा जब वह ऑटो पर सवार होकर भाग रहा था। बेलाल के अलावा एक अन्य आरोपी को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बेलाल के घर से जले कपड़ों का अवशेष और घटना में इस्तेमाल की गई धारदार दाउली को भी बरामद कर लिया है। पुलिस दाउली और कपड़ों के जले हुए अवशेष को एफएसएल जांच के लिए भेजी है।सूफिया बेलाल की कथित तौर पर दूसरी पत्नी थी।

पुलिस ने आरोपी बेलाल से पूरी घटना का सीन रिक्रिएट करवाया

पुलिस शेख बेलाल को लेकर वहां गई जहां सूफिया की हत्या की गई थी। फिर पुलिस उसे वहां ले गई जहां सूफिया का सिर गाड़ा गया था। सीन रिक्रिएट करवाने में ग्रामीण एसपी,डीएसपी मुख्यालय वन नीरज कुमार,डीएसपी चंद्रशेखर आजाद सहित एसआइटी में शामिल अन्य पुलिसकर्मी और अधिकारी थे।

ठिकाना बदल-बदल कर रह रहा था बेलाल

मामला तूल पकडऩे के बाद जब बेलाल का नाम सामने आया तो वह अपना ठिकाना बार-बार बदलने लगा। वह अखबार और टीवी के माध्यम से पुलिस की गतिविधियों पर नजर रख रहा था। बुधवार की रात बेलाल ओरमांझी थाना क्षेत्र के पांचा गांव में अपने एक दोस्त के घर पर रुका था। गुरुवार को वहां से निकलने के लिए ऑटो से भाग रहा था। इसकी सूचना एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली। इसके बाद बेलाल को दबोच लिया गया। गौरतलब हो कि तीन जनवरी को अज्ञात युवती की लाश मिलने के बाद 12 जनवरी को युवती का सिर राँची के पिठौरिया थाना क्षेत्र के चंदवे बस्ती स्थित खेत से बरामद किया था। सिर को खेत में दफना दिया गया था, उसमें नमक डाला था ताकि सिर पूरी तरह गल जाए।

बदले की भावना से मार डाला था सूफिया को

पकड़े जाने के बाद बेलाल ने बताया कि सूफिया को बदले की भावना से मारा था। सूफिया पहली पत्नी साबो खातून को तलाक देने का दबाव बना रही थी। इससे पहले दहेज प्रताडऩा का केस और आम्र्स एक्ट के केस में बेलाल को जेल भी भिजवाया था। जेल से छूटने के बाद सूफिया फिर से पहली पत्नी को छोडऩे का दबाव दे रही थी। इसी वजह से सूफिया को साजिश के तहत जंगल ले गया, जहां गला काटकर हत्या कर दी और सिर को धड़ से अलग कर दिया था।

बेलाल ने ऐसे रची थी साजिश:

आरोपी शेख बेलाल सूफिया को यह कहकर पतरा जंगल ले गया कि वहां वह पहली पत्नी साबो खातून की हत्या कर देगा। लेकिन उल्टे उसने सूफिया को ही मार डाला। गला घोंट कर हत्या करने के बाद धारदार दाउली से सिर धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद सिर को प्लास्टिक के बैग में भरकर अपने घर से कुछ दूर खेत में गाड़ दिया था। सूफिया के निर्वस्त्र करने के बाद कपड़े भी अपने साथ ले गया था, जिसे उसने जला दिया।

किशोरगंज चौक पर हुआ था हंगामा

युवती की लाश मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए थे। इसी मामले में राँची के किशोरगंज चौक पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला रोकने की कोशिश की थी। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ पुलिस की झड़प हुई। इसमें पुलिस को भी चोटें आई थीं। गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ भी की गई थी।पुलिस ने कारवाई करते हुए कई नाबालिग सहित दर्जनों लोगों की पकड़कर जेल भेज दिया है।

आंदोलन नहीं होता तो शायद इतनी जल्दी मामले की खुलासे नहीं होता:

हरमू रोड में हुए हंगामा के आरोप में एक नाबालिग छात्र के परिजन ने बताया कि हमारे बेटे को सिर्फ स्कूटी से जा रहा था उसका फुटेज देखकर जेल भेज दिया।परिजन ने बताया कि बेटा हरमू रोड में था या नहीं ये तो नही मालूम।पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।उन्होंने बताये की कई ऐसे बच्चे थे जो घूमने के ख्याल से गया था।उसे भी जेल में भेज दिया गया है।वहीं एक परिजन ने बताया कि अगर विरोध प्रदर्शन नहीं होता तो शायद ही इस मामले की इतनी जल्दी खुलासा होता।