करोड़ों की 2.96 एकड़ जमीन के लिए अधिवक्ता रामप्रवेश सिंह की 7 लाख देकर हत्या।

पिसी में घटना की जानकारी देते राँची पुलिस के अधिकारी, पीछे (नकाब में) खड़े सात आरोपी

राँची। राँची कांके थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर में बीते 9 दिसंबर को हुए रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह हत्याकांड का रांची पुलिस ने खुलासा कर लिया है. मामले में मुख्य साजिशकर्ता राम पहान सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार हुए आरोपियों में राम पाहन, सतीश मुंडा,शिवम् कुमार, सतीश पाठक,रोहित तुरी,राजा और शंकर राम शामिल है. अधिवक्ता की हत्या कांके डैम साइड स्थित सर्वोदय नगर के 2.96 एकड़ जमीन के विवाद में की गई है. इसी जमीन की रंजिश में राम पाहन नाम के जमीन कारोबारी ने शूटरों को सुपारी दी थी.सात लाख की सुपारी लेकर बोकारो के एक शूटर ने रामप्रवेश की गोली मारकर हत्या कर दी.

2.96 एकड़ जमीन के लिए राम पाहन और अधिवक्ता:-

जानकारी के अनुसार 2.96 एकड़ जमीन के लिए राम पाहन और अधिवक्ता आमने-सामने थे. राम पाहन जमीन पर कब्जा नहीं कर पा रहा था.विवाद जब नहीं थमा तब राम पाहन अधिवक्ता को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. इसके लिए उसने एक और जमीन कारोबारी शिवम चौधरी और सतीश मुंडा से बात की इसके बाद दोनो ने एक पूर्व अपराधी शंकर भुइयां और रोहित से मुलाकात कर अधिवक्ता को मारने से का जिम्मा दिया.दोनो अपरधियों ने राजा और मिथुन नाम के अपराधी को अधिवक्ता को मारने की सुपारी दी थी.

आरोपियों से जब्त हथियार

रेकी कर दिया था घटना का अंजाम:-

ग्रामीण एसपी ने प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि राजा और मिथुन नाम के अपराधी ने हत्या कि घटना का अंजाम देने से पहले पांच दिनों तक अधिवक्ता रामप्रवेश की रेकी की थी.इसी दौरान बीते 9 दिसम्बर को मिथुन ने रामप्रवेश सिंह के घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी.उसके बाद मिथुन अपने साथ ही राजा के साथ बाइक पर सवार होकर फरार हो गया.मिथुन अभी तक इस मामले में फरार है.जबकि राजा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.गोली मारते हुए मिथुन सीसीटीवी फुटेज में भी देखा गया था