सजा में मजा: बिहार भाजपा नेता से लालू यादव की फोन पर बात कराने वाला सेवादार निकला झारखण्ड राजद के महासचिव

राँची।​ चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू यादव झारखण्ड से बिहार की सियासत चला रहे हैं। ये और पुख्ता हो गया जब जेल के अंदर से ही लालू की भाजपा नेता ललन पासवान से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। एक पत्रकार की पड़ताल में सामने आया है कि लालू की ललन से बात जिस सेवादार ने करायी, वह झारखण्ड राजद का महासचिव भी है। सेवादार का नाम इरफान अंसारी है। लालू यादव ने जिन तीन सेवादारों को रखा है वो सेवा से ज्यादा खबरी का काम करते हैं। लालू यादव इन दिनों राँची रिम्स डायरेक्टर के बंगले में इलाज करवा हैं। कोरोना से बचाव के लिए उन्हें रिम्स के पेइंग वार्ड से रिम्स डायरेक्टर के बंगले में शिफ्ट किया गया है।

मंगलवार को सुशील मोदी ने जो नंबर जारी किया, वह लालू के सेवादार इरफान अंसारी का है। इरफान अंसारी को जेल प्रबंधन ने रिम्स डायरेक्टर बंगले में लालू के सेवादार के रूप में रहने की परमिशन दी है, लेकिन वह लालू के मैनेजर के तौर पर काम करता है। इरफान अंसारी न सिर्फ लालू की फोन पर लोगों से बात कराता है, बल्कि बाहर के लोगों की सूचनाओं को भी लालू तक पहुंचाता है। लालू के मैसेज और चिट्‌ठी बाहर पहुंचाने का काम भी अंसारी देखता है।

बिहार चुनाव के दौरान भी नेताओं की चिट्ठियों को लालू तक पहुंचाते हुए अंसारी को देखा गया था। लालू यादव कब मिल सकते हैं और किससे मिल सकते हैं, यह भी इरफान ही तय करता है। झारखण्ड राजद के अध्यक्ष अभय सिंह ने पुष्टि की है कि इरफान अंसारी पार्टी महासचिव होने के साथ ही लालू का सेवादार भी है। लालू के ऑडियो मामले में अभय सिंह ने कहा कि हम इस बारे में कुछ नहीं जानते और इस पर कुछ बोलेंगे भी नहीं।

लालू को किडनी देने को तैयार हो गया था अंसारी

राजद नेता और कथित सेवादार इरफान अंसारी, लालू प्रसाद का बेहद करीबी और विश्वासपात्र है। लालू को जब किडनी की बीमारी थी, तब इरफान किडनी डोनेट करने को तैयार हो गया था। उसने कहा था कि सिर्फ उसकी किडनी ही नहीं, अगर उसके परिवार के किसी भी सदस्य की किडनी मैच हो जाएगी तो वह देने को तैयार है। उसके परिवार में पत्नी और छह बच्चे हैं। अंसारी ने कहा था कि लालूजी से उसे बेटे की तरह प्यार मिला है।

IG ने जेल सुपरिटेंडेंट पर ठीकरा फोड़ा

लालू के ऑडियो को लेकर जेल आईजी बीरेंद्र भूषण ने कहा कि यह जिम्मेदारी जेल सुपरिटेंडेंट की है कि कोई कैदी नियम नहीं तोड़े। किसी भी सूरत में कैदी के पास मोबाइल नहीं पहुंच सकता है। एक बार शिकायत मिलने पर पेइंग वार्ड में छापेमारी भी की गई थी। तब लालू यादव के पास मोबाइल नहीं मिला था। अगर अभी वे मोबाइल से बात कर रहे हैं तो यह नियमों के खिलाफ है। इस मामले में पत्रकार ने जेल सुपरिटेंडेंट को तीन बार फोन किया, लेकिन उन्होंने एक बार भी पिक नहीं किया।

भाजपा ने कहा- राज्य सरकार कार्रवाई करे, नहीं तो गृह मंत्रालय से अपील करेंगे

भाजपा ने कहा है कि राज्य सरकार को लालू पर करप्शन का केस दर्ज करना चाहिए। जिस सेवादार ने बात कराई, उसके मोबाइल की सीडीआर निकाली जानी चाहिए। उसने कब, कहां, किससे, कितनी देर बात कराई, इसकी जांच होनी चाहिए। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि हम कुछ दिनों की मोहलत दे रहे हैं, अगर राज्य सरकार ने जांच नहीं कराई तो केंद्रीय गृह मंत्रालय से जांच की अपील करेंगे।

खास परिस्थिति में ही बाहर निकल सकता है सेवादार

इरफान अंसारी बड़ी आसानी से रिम्स डायरेक्टर के बंगले से बाहर निकल जाता है। इस बारे में झारखंड हाईकोर्ट के वकील अभय मिश्रा ने बताया कि जेल मैन्युअल के मुताबिक सेवादार को खास परिस्थिति में ही बाहर निकलने की परमिशन है। किसी भी सूरत में सेवादार के पास मोबाइल नहीं होना चाहिए। कोई कैदी जहां भी इलाज करा रहा होता है उसे वहां भी जेल के सभी नियम मानने पड़ते हैं।

सौजन्य खबर:DB