Ranchi:पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी,पुलिस ने दोनों को किया गिरफ्तार,भेजा जेल

राँची।राजधानी के खेलगांव थाना क्षेत्र के पाहनटोली में गुरुवार की देर रात अंजलि देवी नामक महिला ने अपने प्रेमी राज मुंडा के साथ मिल कर अपने पति राजू मिर्धा 37 वर्ष की गला दबा कर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को मृतक के भाई के बयान पर केस दर्ज किया।वहीं, आरोपी महिला अंजलि देवी और उसके प्रेमी राज मुंडा को गिरफ्तार कर लिया।आज जेल भेजा गया।

इधर दोनों ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।पुलिस की पूछताछ में अंजलि देवी ने कहा कि वह राज मुंडा से पिछले कई वर्षों से प्यार करती थी और शादी कर उसके साथ रहना चाहती थीं।पति की वजह से यह संभव नहीं था।पति को उसके और राज के संबंध की जानकारी मिल चुकी थी। इस कारण दोनों ने मिल कर उसकी हत्या कर दी।आरोपी राज मुंडा ने बताया कि अंजलि अपने पति से तंग आ चुकी थी।उसने पति की हत्या की साजिश रची।उसके कहने पर ही हत्याकांड को अंजाम दिया गया।

पुलिस के अनुसार, मृतक दैनिक मजदूरी करता था।वह खाना खाने के बाद उस दिन बिस्तर पर सो गया. इसी बीच रात गुरुवार देर रात करीब 12 बजे अंजलि ने प्रेमी को फोन कर बुलाया। प्रेमी के कमरे में पहुंचने के बाद दरवाजा बंद कर दिया। इसके बाद दोनों मिल कर राजू मिर्धा का गला दबाने लगे।

शुक्रवार को जब पड़ोसियों से घटना की जानकारी पुलिस को मिली, तब पुलिस जांच करने पहुंची।पूछताछ में पहले अंजलि ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया।पुलिस ने जब दोनों बच्चों से पूछताछ की।बच्चों ने बताया कि उनकी आंखों के सामने मां व राज ने मिल कर पिता की हत्या कर दी।इसके बाद पुलिस ने सख्ती की, तब महिला ने हत्याकांड में संलिप्तता स्वीकारी।तब खरसीदाग ओपी क्षेत्र के लाल खटंगा निवासी प्रेमी राज मुंडा की संलिप्तता की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस को गुमराह करने का किया प्रयास

बताया जाता है कि अंजलि देवी का एक 12 वर्ष का पुत्र और 10 वर्ष की पुत्री है।गला दबाने के दौरान राजू जब चिल्लाने लगा, तब दोनों बच्चे जग गये।दोनों ने अपनी माँ को गला दबाते देखा और चिल्लाने लगे।तब अंजलि ने दोनों को धमकाते हुए शांत रहने को कहा।डर से दोनों बच्चे चुप हो गये,लेकिन राजू मिर्धा चिल्लाता रहा।आवाज सुन कर जब पड़ोसी उसके घर के बाहर पहुंचे और दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया।तब अंजलि ने आपसी विवाद की बात कह दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद पड़ोसी चले गये।बताया जाता है कि हत्या के बाद अंजलि ने दरवाजा खोल कर प्रेमी को भागने को कहा और खुद पति के शव के पास बैठ रोने लगी, ताकि हत्याकांड में उसकी संलिप्तता पर किसी को शक न हो।अंजलि पति की मौत को अस्वाभाविक मौत का रूप देना चाहता थी।लेकिन प्रेमी प्रेमिका की पोल बच्चों ने खोल दी और दोनो पुलिस की गिरफ्त में आ गई।