Ranchi:सरहुल की शोभायात्रा नहीं निकलेगी,केंद्रीय सरना समिति की बैठक में लिया निर्णय

राँची।कोरोना वायरस के चलते नहीं निकलेगा सरहुल जुलूस।ये जानकारी केंद्रीय सरना समिति के सचिव डब्लू मुंडा ने जानकारी दी है।ये जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है की आज दिनांक 01.04.2021 दिन गुरुवार को केन्द्रीय सरना समिति के तत्वाधान में विभिन्न सरना संगठनो व समाजके प्रमुख लोगों की एक अतिआवश्यक बैठक सरहुल महापर्व के उपलक्ष्य में केन्द्रीय सरना स्थल हातमा में संम्पन्न हुई।बैठक की अध्यक्षता केन्द्रीय अध्यक्ष श्री बबलू मुण्डा ने किया।कोरोना महामारी के इस दौर में आमजनों से यह अपील की जाती है की अनावश्यक भीड़ भाड़ से बचे एंव मास्क व सेनेटाइजर का प्रयोग आवश्यक रूप से करे तथा सुरक्षित त्यौहार मनाऍं।

श्री जगलाल पहान ने बताया की दिनांक 14.04.2021 दिन बुधवार को चैत शुक्ल पक्ष द्वितीया को खखड़ा एंव मछली पकडाई एंव संध्या 07 बजे परंम्पारागत रीति रिवाज से जल रखाई पुजा तथा दिनांक 15.04.2021 चैत शुक्ल पक्ष तृतीय को उपवास एंव पुजा पुर्वाहन 10:00 बजे साथ ही दिनांक 16.04.2021 चैत शुक्ल पक्ष चर्तुर्थी को फुलखोंसी (पुष्पअर्पन) सम्पन्न होना है।श्री जगलाल पहान ने सभी गाँवो के पहानों से अपील है की वे अपने सरना स्थलों में परंम्पारागत रीति रिवाज,विधि विधान एंव धार्मिक कर्मकाण्ड से पुजा अर्चना करना सुनिश्चित करें।

केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष श्री बबलू मुण्डा ने कहा की आज की इस बैठक में उपस्थित विभिन्न सरना समिति एंव सामाजिक संगठन के लोगों ने एक स्वर मे इस बार भी फिर प्रकृति महापर्व सरहुल शोभायात्रा नही निकालने का निर्णय लिया।हम सभी को इस वैश्विक महामारी कोरोना का डट कर सामना करना है।श्री मुण्डा ने कहा की सभी ग्रामीण,समाजिकअगुवा,बुद्धीजीवी एंव सरना समिति के समस्त पद्वाधिकारीगणों से आग्रह है की सरकार के दिशा निर्देशो को ध्यान में रखते हुवे सुरक्षात्मक उपाय करे।विगत वर्ष से कोरोना महामारी की वजह से प्रकृति महापर्व सरहुल शोभायात्रा नही निकाली जा रही है,इस वर्ष शोभायात्रा का 54 वाँ वर्ष होता।श्री बबलू ने कहा की पद्मश्री रामदयाल मुण्डा का चर्चित वक्तव है”जे नाची से बाची ”आज वैश्विक महामारी में ठिक उलट हो गयी है ”जे बाची से नाची”वाली स्थिति हो गई है।
महापर्व सरहुल की विधि व्यवस्था सभी सरना स्थलों में जो सरकार की और से दी जाती है हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मिले तथा सरना स्थलो की साफ सफाई पंडाल व लाईट की व्यवस्था वगैरह के लिए एक प्रतिनिधि मण्डल उपायुक्त को ज्ञापन सौपेगा।

जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोक श्री संदीप उराँव ने कहा की इस वर्ष सरहुल शोभायात्रा नही निकाली जाएगी तथा राज्य सरकार का गाइड लाईन का पालन करेंगे परन्तू परंम्परा के अनूसार हरेक मौजा एंव टोला में पुजा स्थल सरना में पुजा पाठ परंम्परा के अनूसार गाइड लाईन को देखते हुवे ग्रामीण क्षेत्रो में किस प्रकार सरहुल पर्व मनाऐ।इस बार सरकार गाइड लाईन सुधार करते हुवे अपने अपने सरना स्थल में पुजा पाठ हेतू नया गाईड लाईन जारी करे।

करम टोली सरना समिति के अध्यक्ष श्री सुरज टोप्पो ने कहा की जिस तरह से कोरोना महामारी ने अपना दूसरा विकराल रुप पुरे देश मे जो धारण किया है उसमे हमारा झारखण्ड राज्य और खास कर राजधानी राँची भी अछूता नही रहा।इस बार सरहुल शोभायात्रा निकालना उचित नही होगा।शोभायात्रा में शामिल होने से लोग एक दुसरे के संम्पर्क में आएगे कोरोना अपना पैर पसारेगा।इस वर्ष सभी लोग अपने अपने सरना स्थल में ही विधि विधान के साथ सरहुल महापर्व मनाएँ।राज्य सरकार से मांग करते है वो एक गाइड लाईन जारी करे।सभी अपने सरना स्थल में सिमित लोगों के साथ रिझरंग के साथ सरहुल महापर्व मना सके।

बैठक में मुख्य रूप से प्रेम नगर सरना समिति ,मनीष ,चन्दवे सरना समिति, प्रदीप मुण्डा,सिन्दवायर टोली सरना समिति,सुरज तिर्की,नामकोम सरना समिति,अरूण पहान,धर्मवीर क्लब करम टोली राहूल मुण्डा,राज मुण्डा,सुकुरहुटू सरना समिति के सुभम मुण्डा,अमित मुण्डा,कोकर टुकी टोली के जगरनाथ तिर्की,किरण तिर्की,समाज कल्याण समिति करम टोली विजय टोप्पो,उत्कर्ण पुजा समिति वर्दमान कम्पाउडन डिपा कोचा प्रवीण टोप्पो,छोटानागपुर ब्लू क्लब चंदन खलखो,सुनील टोप्पो,विरसा विकास जनकल्याण समिति मिसिर गोन्दा अनिल उराँव,कठहर गोन्दा सरना समिति रवि उराँव गोतम मुण्डा,चडरी सरना समिति के रवि मुण्डा,केन्द्रीय युवा चाला विकास समिति झारखण्ड के अध्यक्ष सोमा उराँव उराँव,यंग हिरा नागपुर क्लब के अध्यक्ष कैईलाश हेमरोम नागपुर ,केन्द्रीय सरना समिति के संरक्षक सह वार्ड न० 01 पार्षद श्री नकुल तिर्की,वार्ड न०3 के पार्षद श्रीमती बसंती लकड़ा कार्यकारी अध्यक्ष श्री मति शोभा कच्छप,महासचिव कृष्णकांत टोप्पो,सचिव डब्लू मुण्डा, मालसिरिंग के पुर्व मुखिया लक्ष्मण मुण्डा,करम टोली सरना समिति के मुख्य सलाहकार जय सिंह लुकड़ इत्यादि अन्य संगठन के लोग मौजूद थे।