राँची:आरटीसी कॉलेज में माटी महोत्सव का हुआ आयोजन..

–आर टी सी कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना शाखा के तहत ‘माटी महोत्सव’ का आयोजन, रामटहल चौधरी ने कहा –
आदमी प्रकृति से दूर होकर कृत्रिम जीवन जीने के चलते बीमारियों का शिकारडॉ बीरेन्द्र कुमार महतो
राँची:आर टी सी कालेज, ओरमांझी की राष्ट्रीय सेवा योजना शाखा के तहत आयोजित विशेष शिविर के समापन समारोह के उपलक्ष्य में ‘माटी महोत्सव’ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

विदित हो कि एन एस एस की महाविद्यालय की इकाइयों द्वारा अपने गोद लिए गांवों हतवाल और सवैया विशेष शिविरों का दो मार्च से आयोजन किया गया था। जिसका समापन समारोह हतवाल गांव के करीब गेतलसूद डैम के किनारे आयोजित किया गया। माटी महोत्सव जैसे अनूठा कार्यक्रम महाविद्यालय द्वारा लगातार पांच साल से मनाया जा रहा है। इस साल होली के पूर्व आठ मार्च को बड़े उत्साह से संपन्न हुआ।


इस कार्यक्रम मुख्य आकर्षण मिट्टी स्नान रहा। इसके तहत महाविद्यालय के प्राध्यापक, छात्र छात्राओं व अन्य ग्रामीणों समेत सैकड़ों लोगों द्वारा मिट्टी से सर्वांग स्नान किया गया इसके बाद सूर्य स्नान और अंत में गेतलसूद डैम में जल स्नान किया। इस आयोजन में भोजन मिट्टी के बर्तन में ही पकाया गया और कच्चे पत्तलों में भोजन परोसा गया। कार्यक्रम का मूलमंत्र “आ लौट चलें प्रकृति की ओर” है। इसके तहत लोगों में प्राकृतिक जीवनशैली और प्रकृति के साथ जुड़ कर आरोग्य जीवन जीने का संदेश देना है।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद राम टहल चौधरी ने कहा कि आदमी आज प्रकृति से दूर होकर कृत्रिम जीवन जीने के चलते अनेक तरह की बीमारियों का शिकार हो रहा है। हमारे पारंपरिक खान-पान सेहत के लिए सबसे अच्छा हैं।
     इस मौके पर इस अनूठे कार्यक्रम की मूल अवधारणा को बनाने वाले महाविद्यालय के निदेशक डॉ पारसनाथ महतो ने विषय प्रवेश करते हुए बताया कि मिट्टी लेपन से बावन तरह की बीमारियां ठीक होती है। जिसमें कैंसर, हृदयाघात, मधुमेह, मनोरोग जैसी गंभीर बीमारियां भी शामिल हैं। इन्होंने बताया कि अगर आदमी प्राकृतिक जीवन शैली में जीते और मिट्टी के बर्तन में पका हुआ खाना खाए तो किसी नीरोग आनंदमय लंबा जीवन जियेगा।
     इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित और विचार व्यक्त करने वालों में महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डॉ रुद्र नारायण महतो, ओरमांझी प्रखंड के प्रभारी प्रमुख जयगोविंद साहू, हरिप्रसाद यादव, रमेश उरांव, रणधीर कुमार चौधरी, प्रो पी के झा, सुनील कुमार, पतंजलि योग समिति, लोहरदगा के शिवशंकर सिंह, दिनेश प्रजापति, झारखंड नागरिक परिषद के राजीव रंजन सिन्हा तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रबुद्ध व्यक्तियों में अंजीत महतो और मानकी राजेंद्र साही के नाम उल्लेखनीय हैं।


कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ भीम महतो ने तथा संचालन प्रो गफार अंसारी
राजधाम साहू, शैलेन्द्र कुमार मिश्र ने किया।  आयोजन में मुख्य भूमिका ब्रज भूषण नीरज, रीता कुमारी एवं शशि कुमारी मिश्रा ने निभाई।