झारखण्ड: तूफान यास से बचने के लिए बने शेल्टर होम में बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न, आरोपी की हो रही तलाश

जमशेदपुर। झारखण्ड के जमशेदपुर के पश्चिमी घोड़ाबांधा पंचायत राधिकानगर स्थित तूफान यास से लोगों को बचाने के लिए पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन की ओर से बनाये गये शेल्टर होम के शौचालय में एक 9 साल की बच्ची के साथ यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि इस मामले की जानकारी तब हुई जब बच्ची ने खुद रोते हुए सारी कहानी अपनी माँ को बताई। और धीरे धीरे यह बात पूरे गांव में फैल गई। इधर सूचना पाकर चाईल्ड वेलफेयर सोसाइटी ( सीडब्ल्यूसी ) की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की भी मौके पर पहुंची और मामले को संज्ञान में लिया।वहीं इस मामले में आरोपी 45 वर्षीय चालक है, जो गांववालों को शेल्टर होम में शिफ्ट करने का काम करता है। मामले की जानकारी देते हुए पुष्पा रानी तिर्की ने बताया कि बच्ची की काउंसलिंग के बाद बच्ची द्वारा बताया गया कि यास तूफान को लेकर सभी गांव वालों को पंचायत भवन में शिफ्ट किया जा रहा है। पहले ट्रिप में आरोपी ने बच्ची को नानी और अन्य लोगों के साथ पहले शेल्टर होम में छोड़ा था। दूसरे ट्रिप में उसने बच्ची को छोड़ा। बच्ची को शेल्टर होम ले जाने के बाद वह उसे शेल्टर होम के पीछे बने शौचालय में लेकर गया। जहां उसके साथ गलत हरकत की। वहीं बच्ची ने
बताया कि आरोपी ने उसके प्राइवेट पार्ट में भी हाथ लगाया। उसे किस किया। थोड़ी देर बाद वह गाड़ी सिखाने का बहाना बनाकर उसे गाड़ी में लेकर गया और अपनी गोद में बैठाकर गाड़ी सिखाने लगा। फिर उसे शेल्टर होम में छोड़ दिया। जहां बच्ची ने रोते हुए अपनी माँ को पूरी बात बताई। बच्ची द्वारा बताया गया है कि वह आरोपी को देखकर पहचान सकती है। उन्होंने बताया कि आरोपी वार्ड सदस्य है। फिलहाल बच्ची को सीडब्ल्यूसी की निगरानी में रखा गया है और आरोपी की पहचान की जा रही है।दूसरी ओर शेल्टर होम से लोगों को हटाया जा रहा है और उनको कहीं और शिफ्ट किया जा रहा है। इधर पुलिस मामले की जांच कर रही है।