Ranchi:पुलिस ने AK-47 की 295 गोली और दो लाख नगदी के साथ दो अपराधी को किया गिरफ्तार

राँची।राजधानी राँची के सदर थाना अन्तर्गत मेसरा ओपी क्षेत्र से एके-47 की गोलियां और दो लाख नगदी बरामद किया है।बताया जाता है कि बीआईटी ओपी क्षेत्र स्थित हाेंबई गांव से एके-47 का 295 गाेली के साथ 2 अपराधियाें काे गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधियाें का नाम इश्वरी पांडे और प्रितम मिश्रा है। इश्वरी पांडे बिहार के गया जिला स्थित अमरा का रहने वाला है जबकि प्रितम मिश्रा बाराचट्टी का रहने वाला है। बीआईटी ओपी क्षेत्र स्थित हाेंबई गांव में प्रितम की बहन का घर हैं। जहां वह अपने साथी इश्वरी के साथ शरण लिए हुए था। गिरफ्तार अपराधी के पास से एके-47 का 295 गाेली, तीन माेबाइल , एक बाइक और नगद 2 लाख बरामद किया गया है।

बताया है कि गिऱफ्तार युवकों ने पूछताछ में बताया कि बिहार के भाेजपुर जिला स्थित शाहपुर निवासी जयपुकार राॅय से ही विकाश राॅय एके-47 का काफी मात्रा में गाेली लिया था। विकाश ने ही एके-47 का 295 गाेली देकर एक युवक काे राँची भेजा था। उक्त युवक से दाेनाें ने पिस्का माेड़ के समीप जाकर गाेली लिया था औऱ बाइक से बीआईटी स्थित हाेंबई पहुंचा था। हाेंबई से गाेली लेकर रविवार काे लाेहरदगा स्थित जंगल में जाना था।जहां पटना निवासी रवि नामक युवक पहले से ही माैजूद था। गाेली से भरा बैग रवि काे देकर वापस लाैट जाना था। इसके बाद रवि गाेली नक्सलियाें तक पहुंचाता। हालांकि इससे पहले ही दाेनाें काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार दाेनाें अपराधियाें ने यह भी बताया है कि सरगना विकाश बिहार के भाेजपुर जिला स्थित शाहपुर निवासी जयपुकार राॅय का सागिर्द रह चुका है। दाेनाें ने मिलकर ही गाेली का अवैध तस्करी करता था। जयपुकार बीएसएफ का जवान रह चुका है। वह विभाग से पुलिस का ही गाेली चुराकर नक्सलियाें तक भेजवाता था जिसकी जानकारी मिलने के बाद उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। प्राथमिकी दर्ज हाेते ही विकास विभाग छाेड़कर भाग गया था। वर्तमान में विकाश विभाग की ओर से भगाेड़ा घाेषित है। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार दाेनाें आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है और गिराेह में शामिल अन्य तस्कराें के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।

80 गाेली में लग चुका है जंग, 115 गाेली में है पूरा चमक

पुलिस ने जाे एके-47 का गाेली बरामद की है उनमें 80 गाेली में जंग लगा हुआ है। वहीं 115 गाेली पूरी तरह से चमक रहा है। जंग लगा गाेली मिलने के बाद आशंका जताई जा रही है कि पुलिस से बचने के लिए किसी सुनसान जगह पर मिट्टी में गाड़कर छुपाया गया हाेगा। काफी दिनाें के बाद मिट्टी से बाहर निकाले जाने की वजह से गाेली में जंग लग गया है। वहीं चमक रहे 115 गाेलियाें काे देखकर आशंका जताई जा रही है कि ये सभी हाल के दिनाें में लाया गया है। फिलहाल पुलिस इस बात की जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है कि सभी गाेली कहां से लाया गया है।

प्रितम काे पूजा में देर करना पड़ा महंगा,10 मिनट देर हाेता ताे भाग जाते दाेनाें अपराधी

पकड़ा गया अपराधी प्रितम मिश्रा काे भगवान में खूब आस्था है, यही वजह है कि दिन की शुरूआत वह पूजा-पाठ के साथ करता है। भगवान काे पूजा किए बगैर वह अपने घर से कहीं बाहर नहीं निकलता है। इश्वरी पांडे लगातार उसे जल्द घर से निकलने की बात कहते हुए लाेहरदगा चलने काे कह रहा था। हालांकि प्रितम बिना पूजा-पाठ किए घर से निकलने के तैयार नहीं था। ऐसे में दाेनाें अपराधियाें काे हाेंबई स्थित घर में देर हुआ और पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस जब आरोपी प्रितम के घर में छापेमारी करने पहुंची ताे वह पूजा करने के लिए आसन पर बैठा हुआ था। आसन से उठाकर ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर घर का तलाशी ली ताे एक बैग में रखा गाेली और नगद बरामद हुआ। पुलिस पहुंचने में अगर 10 मिनट भी देर करती ताे दाेनाें अपराधी घर से निकल जाते।

अगरतला युनिट से भागकर राँची पहुंचा था बीएसएफ जवान, परिवार के साथ रातू राेड में लिया था शरण

गाेली तस्करी गिराेह का सरगना जयपुकार राॅय का आखिरी पोस्टिंग अगरतला में था। वह 30 माह पहले अपने युनिट से भागकर रांची पहुंचा था और अपने परिवार के साथ रातू में शरण लिया था। इसके बाद वह विभाग से गाेली की चाेरी कर नक्सलियाें काे सप्लाई करने लगा था। इस बात की जानकारी जैसे ही बिहार एसटीएफ काे मिली थी, अरवल में गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि जयपुकार के जेल जाने के बाद भी उसके गिराेह के सदस्य लगातार सक्रिए हैं और पुलिस की गाेली काे नक्सलियाें तक सप्लाई कर रहे हैं।