तस्वीरें बयां कर रही कोरोना की करतूत, 282 वर्ष में पहली बार वीरान पड़ी तपोवन मन्दिर, भगवान अभी कर्मवीरों में समाहित

रांची। कोरोना के आतंक से बचाव के लिए घोषित लॉकडाउन के बीच आज ऐतिहासिक रामनवमी के दिन मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जा रहा। भक्त मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम व प्रभु श्रीराम के सबसे बड़े भक्त केसरी नन्दन हनुमान की पूजा अर्चना में लगे हैं। कोरोना महामारी के संक्रमण के खतरे के कारण श्रद्धालु मंदिर जाने के बजाय अपने अपने घरों में ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं। राजधानी रांची के प्रमुख मंदिर भी खाली है, वीरान दिखाई दे रहे हैं। हालांकि मंदिर के पुजारी मन्दिर में विधिवत पूजा अर्चना में लीन हैं। राजधानी रांची में रामनवमी का प्रमुख केंद्र मने जाने वाले निवारणपुर के श्री राम जानकी तपोवन मंदिर में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। यह 282 साल में पहली बार है कि रामनवमी के पावन अवसर पर मन्दिर के मुख्य द्वार में ताला लगा दिया गया हो। श्रद्धालुओं के लिए मन्दिर बन्द हो। सूचना पत्र लगा कर ताला लटका हुआ है। कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को लेकर यहां श्रधालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। यही स्थिती चुटिया के प्रख्यात प्राचीन श्रीराम मंदिर और सर्जना चौक श्री राम मंदिर की है। सुबह के समय 2-4 श्रधालु पूजा के लिये आये बाद में भीड़ से बचने के लिये मंदिर का द्वार बन्द कर दिया गया है।

कहा जा रहा भगवान अभी कोरोना वारियर के रूप में

माना जा रहा है कि देश में आये कोरोना वायरस के रूप में इस महा आपदा में अभी देश भर में कोरोना महामारी से बचाव में लगे चिकित्सक, पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मी, सभी स्वास्थ्य सेवक के अंदर भगवान समाहित हो चुके हैं। वैसे तो ईश्वर सभी जीवों में समाहित हैं। फिलहाल समय यही कहता है कि आइये हम इन्हें सम्मान दें। लोग अपने घरों में रहकर भगवान के आराधना में लीन रहें।

राँची के ऐतिहासिक तपोवन मंदिर निवारणपुर का आज दृश्य है।रामनवमी के दिन इस मंदिर में इस वक्त हजारों भक्तो की लाइनें पूजा करने के लिए लगी रहती थी।शाम होते होते लाखों की भीड़ उमड़ती थी। लेकिन आज रामनवमी के दिन मंदिर में ताला जड़ा हुआ।इसका कारण है कोरोना वायरस जैसे महामारी को रोकने का एक ही उपाय था लोगों में दूरी बनाना।जिसके चलते प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरे भारत मे 21 दिनों का लॉक डाउन घोषित किया हुआ है। लोग अपने अपने घरों में कैद है। जो जहां है वहीं रुके है। ऐसे में इस बार सभी पर्व त्योहार मनाने का कार्यक्रम स्थगित किया हुआ है। लोग घरों में ही पूजा पाठ कर रहे है। बता दें झारखण्ड के राँची में रामनवमी का पर्व बहुत ही सौहार्दपूर्ण और धूमधाम से मनाया जाता रहा है। यहां रामनवमी के दिन सभी धर्मों की एकता देखने की मिलती है।