Ranchi:राजभवन मार्च को जा रहें समर्थकों को पुलिस ने टाटीसिलवे में रोका,नेतृत्व कर रहे पूर्व विधायक अमित महतो ने कहा-खतियान धारी झारखण्डी से डर गई है हेमंत सरकार

राँची। राज्य में 1932 आधारित स्थानीय नीति लागू करने की मांग को लेकर सिल्ली से राजभवन मार्च करने जा रहे सैकड़ों लोगों को पुलिस ने टाटीसिलवे ईईएफ मैदान में रोक दिया।सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो के नेतृत्व में सैकड़ों लोग गुरुवार की दोपहर दो बजे सिल्ली से पैदल मार्च करते हुए राजभवन के लिए निकले थे।गुरुवार की रात सभी अनगड़ा पहुंचे। वहां से शुक्रवार की सुबह 11 बजे सभी टाटीसिलवे पहुंचे थे।जिला प्रशासन ने टाटीसिलवे में पहले से बारकेटिंग की गई थी जहां डीएसपी मुख्यालय प्रथम नीरज कुमार,नामकुम सीओ विनोद प्रजापति,टाटीसिलवे थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर महेंद्र करमाली, नामकुम थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर सुनील कुमार तिवारी, अनगड़ा थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार एवं सिल्ली थाना प्रभारी अजय कुमार जवानों के साथ मौजूद थे। सभी को रोक कर ईईएफ मैदान में रखा गया।

मैदान में ही सभा को संबोधित करते हुए अमित महतो ने कहा कि 21 साल के झारखण्ड ने सभी पार्टियों की सरकार देखा है। सभी ने राज्य की जनता को ठगने का काम किया है. हेमंत सोरेन ने चुनाव से पूर्व वादा किया था कि उनकी सरकार बनने पर खतियान आधारित स्थानीय नियोजन नीति लागू करेंगे।परंतु सरकार बनने के बाद भूल गई। वर्तमान सरकार नियुक्तियों में बाहरी भाषाओं को थोपने का काम कर रही है। जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा।हेमंत सोरेन सरकार खतियान धारियों से डर गई है। झारखण्डी जनता अब आर पर की लड़ाई के लिए तैयार हैं। सभा के समापन में अमित महतो के नेतृत्व में नामकुम सीओ को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपा गया। मार्च में मुख्य रूप से रामपोदो महतो,नेपाल महतो, मुकेश महतो,मनेश महतो, सुमित महतो,सुपरेस महतो, जगदीश नायक, आकाश मिश्रा, घुमेश्वर महतो, देवेंद्र महतो, राकेश महतो, राजेंद्र महतो आदि शामिल थे।