पीएलएफआई के एरिया कमांडर राटा गिरफ्तार,हथियार सहित कई सामान बरामद….

खूँटी।झारखण्ड के खूंटी जिले की पुलिस ने पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के एरिया कमांडर राटा उर्फ रोहित तोपनो को गिरफ्तार कर लिया है। रनिया पुलिस ने उसके पास से एक पिस्टल, चार गोली, पीएलएफआई का पर्चा और चंदा काटने वाली रसीद बरामद किया है। इसकी जानकारी बुधवार को खूंटी एसडीपीओ अमित कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी।

एसडीपीओ ने बताया कि राटा उर्फ रोहित तोपनो अपने सदस्यों के साथ रनिया के उड़िकेल, खेरखई, बेलसिया, जराकेल आदि गांवों में भ्रमणशील था।वह लेवी वसूलने और संगठन का विस्तार करने में लगा हुआ था।गुप्त सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में जिला पुलिस और सीआरपीएफ 94 बटालियन कैंप रनिया ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

पीएलएफआई के एरिया कमांडर राटा पर दर्ज हैं एक दर्जन केस

एसडीपीओ ने बताया कि उसका पूर्व आपराधिक इतिहास रहा है। मुरहू, कर्रा, तोरपा, खूंटी थाना क्षेत्र में उसके खिलाफ एक दर्जन मामले दर्ज हैं। वह पीएलएफआई में वर्ष 2015 से ही सक्रिय था। वर्ष 2016 में आर्म्स एक्ट में वह जेल गया था। इसके बाद वर्ष 2020 में जेल से बाहर निकला। इसके बाद वह फिर से संगठन में शामिल हो गया।उसने कई घटनाओं को अंजाम दिया।रोटो उर्फ रोहित तोपनो कई लूट और डकैती के मामले में लिप्त था।

पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर चलाया अभियान

एसडीपीओ ने बताया कि पीएलएफआई का विस्तार कर रहा था।उसकी गिरफ्तारी के अभियान में इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, सीआरपीएफ 94 बटालियन कैंप रनिया के सहायक समादेष्टा के जेम्स रंगमेई, रनिया थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, संदीप कुमार और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

अपने ही कमांडर की कर दी थी हत्या

एरिया कमांडर शिव गुड़िया, राटा उर्फ रोहित तोपनो का गुरु था।उसके खिलाफ राटा के गांव से शिकायत आयी। ग्रामीणों का आरोप था कि शिव गुड़िया ग्रामीणों के साथ गलत हरकत करता है. इस पर राटा ने अपने गुरु और कमांडर शिव गुड़िया की गोली मारकर हत्या कर दी।पुलिस के अनुसार, घटना वर्ष 2020 की है।हालांकि, शिव गुड़िया का शव कभी बरामद नहीं हो सका।इस घटना के बाद राटा भी क्षेत्र में चर्चित नाम बन गया।